Deepak Singhal, IAS, Uttar Pradesh

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(News Rating Point) 07.07.2016
लखनऊ. वर्ष 1982 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक सिंघल को इस सप्ताह उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्य सचिव के पद पर पूर्णकालिक मुख्य सचिव के रूप में तैनात कर दिया. श्री सिंघल की छवि तेज-तर्रार अफसर की है. वे कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं और इस समय भी प्रमुख सचिव सिंचाई जैसे महत्वपूर्ण महकमे के प्रमुख सचिव थे. मुख्य सचिव आलोक रंजन के 30 जून को रिटायर होने के बाद सरकार ने कृषि उत्पादन आयुक्त प्रवीर कुमार को कार्यवाहक मुख्य सचिव के रूप में कार्यभार सौंपा था. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विदेश जाने के कारण पूर्णकालिक मुख्य सचिव तय नहीं हो पाया था. उस समय माना जा रहा था कि सरकार प्रवीर कुमार को ही स्थाई कर सकती है लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा हाईकमान से चर्चा के बाद देर शाम दीपक सिंघल को कालीदास मार्ग स्थित आवास बुलाया और वहां उन्हें तैनात करने की जानकारी दी गई. पद संभालने के बाद मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था और बिजली की पर्याप्त उपलब्धता उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले कामों पर पूरा जोर रहेगा.
सहारनपुर के मूल निवासी दीपक सिंघल का जन्म 25 मई 1959 को हुआ था. आईएएस के रूप में उनका सेवाकाल मई 2019 तक है. उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है. इसके अलावा इंडस्ट्रीयल इंजीनियिरंग में पीजी डिप्लोमा हैं. वे कई जिलों के डीएम व मेरठ,बरेली के कमिश्नर रहे हैं. गोमती नदी के तट को सुंदर बनाने के काम की सीएम अखिलेश यादव और शिवपाल यादव उनकी तारीफ कर चुके हैं. अफसरों की वरिष्ठता सूची के मुताबिक 18 अफसरों को सुपरसीड करके सरकार ने दीपक सिंघल को मुख्य सचिव की कुर्सी सौंपी है. असल में दीपक सिंघल से वरिष्ठ अधिकारियों में ज्यादातर केंद्र सरकार में तैनात हैं. वर्ष 1979 बैच के विजय शंकर पांडेय, शंकर अग्रवाल, अराधना जौहरी, राकेश गर्ग, अनुज कुमार विश्नोई, अनिल स्वरूप, राजीव कुमार प्रथम, बलविंदर कुमार, वृंदा स्वरूप, देवेंद्र चौधरी, रोहित नंदन, जेएस दीपक, नीरज कुमार गुप्ता समेत 13 अफसर तो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. यूपी सरकार में तैनात अफसरों में डॉ. अनिल कुमार गुप्ता राजस्व परिषद के अध्यक्ष हैं. वह भी मुख्य सचिव के दावेदारों में थे. इसके अलावा शैलेश कृष्ण अस्वस्थ चल रहे हैं. प्रदीप शुक्ला एनआरएचएम घोटाले में आरोपी हैं. फतेहबहादुर यूपी में तैनात हैं लेकिन मौजूदा सरकार में वह लंबे समय से हाशिए पर हैं. इसके बाद 1982 बैच में यूपी में तैनात प्रवीर कुमार कृषि उत्पादन आयुक्त हैं. वरिष्ठता क्रम में आने वाले जेएस दीपक व नीरज गुप्ता भी केंद्र में तैनात हैं. इसके बाद वरिष्ठता क्रम में दीपक सिंघल का स्थान है. हालांकि यह कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी सरकारें अपनी पसंद का मुख्य सचिव बनाने के लिए वरिष्ठता को नजरंदाज करती रही हैं.

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