FLOP **** (News Rating Point) 17.12.2016
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू अरुणाचल हायड्रो प्रोजेक्ट में घोटाले के आरोप लगने की वजह से चर्चा में रहे. इसके बाद जहां कांग्रेस ने रिजिजू का इस्तीफा मांगा है वहीं केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि जो लोग इस तरह की न्यूज प्लांट कर रहे हैं उन्हें जूते पड़ेंगे. दरअसल इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर दी थी, जिसमें कहा गया है कि नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (एनईईपीसीओ) के चीफ विजिलेंस ऑफिसर ने अपनी रिपोर्ट में राज्य में बने दो पावर प्रोजेक्ट में किरण रिजिजू, उनके रिश्तेदार और कॉन्ट्रेक्टर गोबोई रिजिजु और कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. यह हायड्रो पावर प्रोजेक्ट है, जो अरुणाचल प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है. सीवीओ सतिश वर्मा की सीबीआई को भेजी गई 129 पेज की रिपोर्ट में विस्तृत साजिश के आरोप लगाए हैं, जिसमें कॉन्ट्रेक्टर के अलावा एनईईपीसीओ के अधिकारी और पश्चिम केमेंग जिले के प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं. आरोप है कि इन्होंने नीपको और सरकार के साथ धोखाधड़ी की है, जो 450 करोड़ तक जा सकती है. हालांकि मामले में सीबीआई ने अब तक कोई जांच नहीं की है और न ही कोई एफआईआर दर्ज की है. जब रिजिजू से इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैंने मिनिस्ट्री ऑफ पावर को पत्र लिखकर फंड जारी करने के लिए कहा था लेकिन यह पत्र मैंने स्थानीय कॉन्ट्रेक्टर की याचिका पर लिखा था. मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है कि यह एक घोटाला है या नहीं. अगर यह घोटाला है तो इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)