Mayawati BSP

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​14.02.2015 (News Rating Point- FLOP*)​
भले ही मीडिया में ज़्यादा जगह न मिल रही हो लेकिन इस हफ्ते मायावती किसी न किसी रूप में खबरों में आती रहीं.​ दिल्ली में केजरीवाल की जय और नरेन्द्र मोदी की पराजय की गूँज के बीच में जो खबरें छप
​ रही थीं, वो भले ही इन बड़ी खबरों में ढक जा रही हों. लेकिन सच है कि दिल्ली चुनाव का साइड इफेक्ट सबसे ज़्यादा मायावती महसूस कर रही थीं. ​
11​ फरवरी की एक प्रमुख खबर थी- ​दिल्ली विधानसभा के चुनाव में दो सीट और छह फीसदी वोट पाने में नाकाम रहने के साथ बहुजन समाज पार्टी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा गंवाना तय हो गया है. लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू कश्मीर विधानसभाओं के चुनाव में सीट और प्राप्त मतों का लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रही बसपा की राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिल्ली की शिकस्त के बाद खत्म हो सकता है. ​जनसत्ता सहित दुसरे अखबारों ने भी लिखा कि दिल्ली के नतीजे मायावती के लिए खतरे की घंटी. लखनऊ से प्रकाशित डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट पेज 1 पर छापा- बसपा को दिल्ली ने भी नकारा. राजस्थान पत्रिका ने लिखा – मुश्किल में बसपा, अब नहीं रह पाएगी राष्ट्रीय पार्टी. उससे पहले मायावती की लखनऊ में होने वाली बैठक के टलने की खबर छिटपुट रूप में छपती रही. शुक्रवार को मायावती ने प्रेस कांफ्रेस की और हमला बोला भारतीय जनता पार्टी पर. एबीपी न्यूज़ ने कहा- उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर आरोप लगाया है कि भाजपा बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने की साजिश रच रही है, ताकि उसका लाभ बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में उठाया जा सके. मायावती ने लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही. उन्होंने कहा, “बिहार में जिस तरह घटनाक्रम चल रहे हैं, उससे लगता है कि केंद्र सरकार बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने की साजिश रच रही है.” मायावती ने कहा कि बीजेपी ने उप्र में हाल ही में सम्पन्न हुए विधान परिषद के चुनाव में भी एक के बजाए दो प्रत्याशी खड़ा किए थे और यहां भी उसे उसका खामियाजा भुगतना पड़ा. दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव पर मायावती ने कहा कि जिस तरह से मात्र नौ महीने के भीतर दिल्ली की जनता ने नरेंद्र मोदी को नकारा है, उसी तरह आने वाले विधानसभा चुनावों में भी भाजपा का यही हश्र होगा. चैनलों ने इस खबर को प्राथमिकता पर छापा.
Yogesh Mishraबसपा के हाथी का अंडा देना ज़ारी। कम से कम अब तो बसपा की राष्ट्रीय मान्यता रद हो जानी चाहिए. (​योगेश मिश्र दिल्ली चुनाव में बसपा के प्रदर्शन पर, @mishrayogesh5, Twitter)​