‘न अपराध न भ्रष्टाचार, मैं मुख्यमंत्री बनने को तैयार’

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नवल कान्त सिन्हा
(News Rating Point) 07.06.2016
‘न अपराध न भ्रष्टाचार, मैं मुख्यमंत्री बनने को तैयार’… आप सोच रहे होंगे कि ये क्या बला और ये कैसा नारा है. ऐसा तो कभी सुना नहीं लेकिन मान भी जाइए, भारतीय जनता पार्टी में कुछ ऐसा ही हो रहा है. उत्तर प्रदेश में भाजपा की यह एक हकीकत सी बन गयी है. माजरा समझने की कोशिश कीजिये.
हाल ही में खबर आयी कि प्रतिष्ठा का सवाल माने जाने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा अब रणनीति बनाने के साथ ही नया नारा भी देने जा रही है. इलाहाबाद में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्य फोकस यूपी चुनाव ही रहेगा. इसी लिहाज़ से कार्यकारिणी उत्तर प्रदेश में हो रही है. कार्यकारिणी में पार्टी यूपी के लिए नया नारा भी देगी ‘न अपराध न भ्रष्टाचार, इस बार भाजपा सरकार’. चलिए एक खबर तो ये थी, अब दूसरी खबर भी सुन लीजिये. ये खबर भी इलाहाबाद से ही है, जहां भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी होनी है. खबर आयी कि इसी शनिवार को इसी इलाहाबाद में वरुण गांधी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए हवन हुआ. एक और खबर सुनिए. इसी शनिवार को इसी इलाहाबाद में हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली. उनका नारा था- ‘अबकी बार योगी सरकार’. यानी कार्यकारिणी में अभी वक्त है और उससे पहले वरुण गांधी और योगी आदित्यनाथ के समर्थकों ने एक ट्वेंटी-ट्वेंटी खेल डाला. पता नहीं इस शनिवार इनके समर्थकों ने अपनी नेता से पूछ के ये किया या फिर इन पर शनीचर सवार हो गया था.
वैसे हल्ला तो ये भी हैं कि भाजपा इस बार यूपी में सीएम उम्मीदवार के चेहरे के साथ मैदान में उतरेगी. अख़बार लिख रहे हैं कि 12 और 13 जून को इलाहाबाद में होने वाली भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकरिणी की बैठक में सीएम पद के उम्मीदवार की घोषणा की जा सकती है. समझिये न, यूपी सीएम का पद अगर एक अनार है तो भाजपा में इसके कई बीमार हैं. नाम बताएं क्या… स्मृति इरानी. और बताएं… राजनाथ सिंह… नहीं मन भरा तो थोक भाव में गिनाएं देते हैं- कल्याण सिंह, कलराज मिश्र, विनय कटियार, डॉ दिनेश शर्मा, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, मनोज सिन्हा, ओमप्रकाश सिंह, सूर्य प्रताप शाही और न जाने कौन-कौन. हाँ, अभी हाल में असम फ़तेह कर लौटे डॉ महेंद्र सिंह भी तो एक युवा तुर्क हैं. दरअसल जबसे कुछ राज्यों में भाजपा नेतृत्व ने कुछ अप्रत्याशित चेहरों को मुख्यमंत्री बना दिया तो जातीय समीकरणों के आधार पर अन्य ढेर सारे नेताओं में आस बंध गयी है.
लेकिन अभी तो मामला यूं हैं कि सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम-लट्ठा. अभी तो सिर्फ इतना हुआ है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्या ने घोषणा की है कि भाजपा इस बार चुनाव में 265 सीट जीतने जा रही है. बस उनका कहना था कि भाजपा में भावी मुख्यमंत्रियों की रेस शुरू हो गयी है. यानी अगर उत्तर प्रदेश में ‘न अपराध न भ्रष्टाचार. इस बार भाजपा सरकार’ भाजपा का नारा है तो जमीनी हकीकत ‘न अपराध न भ्रष्टाचार, मैं मुख्यमंत्री बनने को तैयार’ नज़र आ रहा है. कोई नादान भी समझ जा सकता है कि इधर भाजपा ने मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया और उधर बाकी संभावित योद्धा मिलकर उसकी टांग घसीटने में लग जायेंगे…लेकिन भाजपा का काम है, भाजपा जाने हमसे क्या लेना-देना…. जय श्री राम. (नवल नजरिया)

[box type=”info” head=”नोट”]सिर्फ हास्य-व्यंग्य है, दिल पर न लें… किसी का कलेजा दुखाना कभी किसी हास्य-व्यंग्य का मकसद नहीं हो सकता, सचमुच… फिर भी बुरा लगा तो- हमसे भूल हो गयी हमका माफी दई दो… नहीं तो फोन कर दो, मेल कर दो- आइंदा आपसे बचकर चलेंगे भैया…[/box]

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