HIT ***** (News Rating Point) 16.07.2016
कांग्रेस उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नेतृत्व में लड़ेगी. तमाम ऊहापोह के बाद पार्टी ने गुरुवार को शीला को पार्टी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया. यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने शीला के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि वह अनुभवी और मेहनती हैं. मुख्यमंत्री के तौर 15 साल तक दिल्ली में किए उनके विकास कार्यों को कोई नकार नहीं सकता है. 78 वर्षीय शीला का यूपी से करीबी नाता रहा है. वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रहे उमाशंकर दीक्षित की पुत्रवधू हैं. वर्ष 2014 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्हें केरल का राज्यपाल बनाया गया था. अखबारों ने लिखा कि यूपी में पार्टी के लिए चुनावी रणनीति बनाने में लगे प्रशांत किशोर राज्य में 10 से 12 फीसदी ब्राह्मण मतदाताओं के चलते सीएम पद के लिए ब्राह्मण चेहरा चाहते थे. इसके लिए उन्होंने शीला का नाम सुझाया था. साथ ही उनका मानना था कि दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में उनका तजुर्बा यूपी के लोगों को आकर्षित कर सकता है, जो अपने राज्य के पिछड़ेपन से त्रस्त हैं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी के चलते भी पार्टी ने शीला दीक्षित को चेहरा बनाया. बसपा सुप्रीमो मायावती और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से ज्यादा वक्त तक मुख्यमंत्री रहीं. शीला दीक्षित 78 वर्ष की हैं. उत्तर प्रदेश में आधे के करीब मतदाता 18 से 25 वर्ष की आयु के हैं. लेकिन चार सौ करोड़ रुपए के टैंकर घोटाले का उन पर आरोप है. इसके अलावा कॉमनवेल्थ गेम और मीटर घोटाले में भी उनका नाम उछला.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
[su_youtube url=”https://www.youtube.com/watch?v=mwIvgaFqeFY” width=”400″ height=”300″]
[su_youtube url=”https://www.youtube.com/watch?v=64JSGwnQzHs” width=”400″ height=”300″]
[su_youtube url=”https://www.youtube.com/watch?v=8PXgnv7bAVs” width=”400″ height=”300″]