FLOP **** (News Rating Point) January 2017
(Published on 01.02.2017)
शिवपाल सिंह यादव के लिए इससे बुरे दिन शायद कोई नहीं हो सकते. जिस समाजवादी पार्टी में ये माना जाता था कि बिना शिवपाल सिंह यादव के ये पार्टी चल ही नहीं सकती. उस पार्टी में अखिलेश यादव का विरोध उन्हें बहुत भारी पड़ा. हालांकि उन्हें जसवंतनगर से प्रत्याशी बना दिया गया. लेकिन साफ़ नज़र आने लगा कि उनके लिए अब नए नेतृत्व की पास कोई जगह नहीं हैं. सपा ने जिन चालीस स्टार प्रचारकों की सूची जारी की, उसमें भी शिवपाल सिंह को कोई स्थान नहीं मिला जबकि उन नेताओं को स्थान मिला जो कभी शिवपाल सिंह यादव से बात करने में घबड़ाते थे. हालांकि जिस दिन उन्होंने सपा के प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया, उसी दिन अपने समर्थकों के सामने घोषणा कर डाली की 11 मार्च के बाद वो नयी पार्टी बनायेंगे.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)