HIT *** (News Rating Point) January 2017
(Published on 01.02.2017)
सात बार से विधायक रहे श्यामदेव राय चौधरी की लोकप्रियता का ग्राफ कभी इतना नहीं चढ़ा, जितना कि वह टिकट कटने की वजह से चर्चा में रहे. विधानसभा सीट वाराणसी दक्षिण से श्यामदेव राय चौधरी का टिकट काट दिया गया और यह टिकट नीलकंठ चौधरी को दे दिया गया. इसका वाराणसी में जबरदस्त विरोध हुआ. यहाँ तक कि जब यूपी बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या वाराणसी पहुंचे तो उनको भी गुस्साए कार्यकर्ताओं ने नहीं बख्शा. बीजेपी नेतृत्व को भी इस बात का अंदाज़ा है कि दादा को किनारे लगाने से उसको खासा नुकसान झेलना पड़ सकता है. प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद सीधा बनारस की तंग गलियों में रहने वाले दादा के घर पहुँच गए. नाराज दादा को मौर्या ने आश्वासन दिया है कि पार्टी भविष्य में उनका सम्मान बढ़ाएगी. 77 साल के बुजुर्ग श्याम देव राय चौधरी को पूरा शहर प्यार से दादा कहता है. आज के दौर में जब विधायक बनने वाला व्यक्ति लाव लश्कर और पूरे तामझाम के साथ घूमता है तो वहीं दादा आज भी पैदल, रिक्शा या आटो रिक्शा में घूमते देखा जा सकता है. 1968 में एक सभासद के तौर पर अपना सियासी सफर शुरू करने वाला दादा आज भी हर दल के लिये सबसे बड़ी चुनौती हैं. लोग इनकी सादगी के कायल हैं. काशी में कभी वो किसी चाय की दुकान पर लोगों की समस्याएं निपटाते नजर आते हैं तो कभी अपने घर पर.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)