(News Rating Point) 20.04.2015.
ऐसा क्या कह दिया केसी त्यागी ने, जो हंगामा मच गया… उन्होंने कहा- ‘महिलाओं को घूरना अपराध है लेकिन उन्हें देखना सौंदर्य का सम्मान है’. इसमें क्या गलत है और क्या सही यह एक वाद-विवाद का मुद्दा है लेकिन इतना तय है कि इस बयान ने केसी त्यागी की फजीहत करा दी. मीडिया ने इसे विवादित करार दिया और हिन्दी अखबारों ने जबरदस्त कवरेज. अखबारों ने महिला संगठनो की प्रतिक्रिया भी ली गयी, जिसमें उन्होंने इस बयान की आलोचना की. लेकिन सवाल अब भी कायम है कि अगर केवल इसी बयान पर विवाद है तो क्या यह वाकई विवादित बयान हैं. पहले यह जान लीजिये कि इस खबर को ज़्यादातर हिन्दी अखबारों और वेबसाइट्स ने प्रमुखता से लिया. पढ़िए –
महिलाओं पर टिप्पणी करके विवादों में घिरे जेडीयू अध्यक्ष और सांसद शरद यादव के बाद अब उनकी पार्टी के एक और नेता ने महिलाओं के लेकर विवादित बयान दिया है.
– आजतक
जनता दल यू के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद केसी त्यागी कल महिलाओं को लेकर विवादित बयान देकर चर्चा में हैं.
– दैनिक जागरण
जनता दल (युनाइटेड) के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद केसी त्यागी महिलाओं को लेकर दिए गये अपने एक विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. यह वाकया हापुड़ के रामा विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम का है.
– हिंदुस्तान
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के रामा विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम मे त्यागी ने कहा कि ‘महिलाओं को घूरना अपराध है लेकिन उन्हें देखना सौंदर्य का सम्मान है’. त्यागी के इस बयान को लेकर बवाल शुरु हो गया है और महिलाओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
– Oneindia
राज्यसभा सांसद केसी त्यागी ने अपनी बात साबित करने के लिए प्राचीन कवियों का भी उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि प्राचीन कवियों ने भी महिलाओं के सौंदर्य का वर्णन किया है. उन्होंने कहा कि संसद भवन में फिल्मी अभिनेत्रियां और सांसद उनके पीछे ही बैठती हैं, जिन्हें वह अक्सर देखते रहते हैं. भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य लज्जा रानी गर्ग ने कहा कि त्यागी का बयान उनके दल की मानसिकता को दर्शाता है. इस मामले में महिला आयोग और कानून को उचित कार्रवाई करनी चाहिए.
– दैनिक भास्कर
उन्होंने कहा कि देश के प्राचीन कवियों ने भी महिलाओं के सौंदर्य का वर्णन किया है.
पंजाब केसरी
त्यागी ने कार्यक्रम के दौरान अपना विवादित बोला है कि ‘महिलाओं को ऐसी तीखी नजरों एवं घूर घूर के देखना अपराध है, बल्कि उन्हें देखना सौंदर्य का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है.
– Sanjeevni Today
तब हालांकि उनके इस बयान को किसी ने खास तवज्जो नहीं दी, लेकिन बयान चर्चा में आने के बाद आज कई महिला संगठनों ने उनकी कड़ी आलोचना की है.
– Samachar Jagat
भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य लज्जारानी गर्ग ने कहा, “यह बयान त्यागी और उनके दल की मानसिकता को दर्शाता है. देश में प्राचीन काल से ही महिलाओं को मां के रूप में देखा गया है. मां के शरीर की सुंदरता नहीं देखी जाती, बल्कि उसका स्नेह देखा जाता है. इस मामले में महिला आयोग और कानून को अपना काम करना चाहिए.”
– एबीपी न्यूज़
केसी त्यागी ने हालांकि आज मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा, “उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है.”
– पर्दाफाश
कुछ लोग उनके बयान का गलत अर्थ निकालकर जानबूझकर विवाद का मुद्दा बना रहे हैं.’
– नई दुनिया
ज़ाहिर है कि सबको समझ में आया कि ऐसा बयान उन्हें नहीं देना चाहिए था, इसीलिए खबरें छपीं और इसीलिए महिला नेताओं की प्रतिक्रिया ली गयी. लेकिन सवाल तो यह अब भी कायम हैं कि किसी महिला की तरफ क्या देखना भी नहीं चाहिए ? या कोई किसी महिला की तरफ देखता है तो वह आपराधिक कृत्य है या अनैतिक है ? अगर सवाल यहाँ मानसिकता का उठता तो निश्चित रूप से से गलत निगाह से देखना अपराध की श्रेणी में आता है. लेकिन किसी महिला को इसलिए देख लेना कि वह सुन्दर है क्या इसे अपराध की श्रेणी में रखा जाना चाहिए? बहरहाल जो हुआ और जो कवरेज केसी त्यागी को मिली, उससे उनकी रेटिंग डाउन होना तो निश्चित है. समझ भी यही कहती हैं कि जिस विषय पर विवाद हो सकता है, उससे बचकर चलना चाहिए. आप नेता हैं कवि या शायर नहीं. (नवल कान्त सिन्हा)