(NRP) 18.11.2015
अजब बात है कि जिन नेताओं पर समाज को सही रास्ते पर ले जाने की जिम्मेदारी होती हैं, वह खुद गलत दिशा में भटकते नज़र आते हैं. एक और राजनेता पर युवती ने मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है. जिस राजनेता पर यह आरोप लगा है वह विधानसभा अध्यक्ष जैसे जिम्मेदार और प्रतिष्ठित पद पर हैं. यह मामला अरुणाचल प्रदेश का है.
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नबाम रेबिया को अपने लिव-इन-पार्टनर के मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के आरोप से घिर गए हैं. पुलिस ने इस मामले में शिकायत की शक्ल में एफआईआर दर्ज कर दी है. इससे पहले महिला के वकील ने विधानसभा अध्यक्ष को कानूनी नोटिस भेजा था, जिसका 7 दिन में जवाब देने में वह नाकाम रहे. महिला के वकील ने अपने मुवक्किल की ओर से दांपत्य अधिकारों की 7 दिन में बहाली की मांग की थी. हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा कि विधानसभा अध्यक्ष की कथित रूप से 4 साल तक लिव इन पार्टनर रहीं महिला ने उन पर शादी रचाने का झूठा वादा करने का आरोप लगाया. महिला ने धोखाधड़ी, विश्वास तोड़ने और जालसाजी के भी आरोप लगाए हैं. इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष से लगातार बातचीत करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने किसी कॉल का जवाब नहीं दिया. नोटिस के अनुसार महिला 2011 से 2015 तक विधानसभा अध्यक्ष की लिव इन पार्टनर रहीं. इस दौरान दोनों के संबंध विवाहितों की तरह रहे. पर कुछ महीने से विधानसभा अध्यक्ष महिला को इग्नोर करने लगे. महिला के वकील ने का कहना है कि नबाम ने अपने इस पार्टनर को कई बार पीटा, जब वह केवल एक विधायक थे और बाद में लगातार उस पर गर्भपात कराने का दबाव बनाते रहे. महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उनका परिवार उसकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है.