​Devendra Fadnavis BJP

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HIT ** (News Rating Point) ​07.03.2015​
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस सप्ताह वीआइपी मूवमेंट पर फजीहत, ​ गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक को मंजूरी, गरीबों का स्वाइन फ़्लू का मुफ्त इलाज, मुस्लिम आरक्षण और किसान के घर रुकने की वजह से चर्चा में आये. मुंबई में रविवार को एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के लिए ट्रैफिक रोका गया, जिस पर जबरदस्त हंगामा हुआ. चैनलों ने इस खबर को प्रमुखता से चलाया. लेकिन मुख्यमंत्री की इस पर माफ़ी की खबर को भी मीडिया ने काफी तवज्जो दी. नवभारत टाइम्स ने लिखा-​​महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ​​​​देवेंद्र फडणवीस ने आम मुंबईकर से माफी मांगते हुए सोमवार को सफाई भी दी​. दरअसल रविवार को मुंबई में सीएम के एक कार्यक्रम के लिए ट्रैफिक रोक दिया गया था. इससे आम लोगों को काफी परेशानी हुई. जिस NSCI क्लब में यह कार्यक्रम हो रहा था, उस क्लब के कई सदस्यों तक को अंदर जाने नहीं दिया गया. जब मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं वीआईपी कल्चर में यकीन नहीं रखता. उन्होंने लिखा, पुलिस की ओर से व्यर्थ में रोके गए लोगों से मैं तहे दिल से माफी मांगता हूं, राज्य में लोगों ने मुझे अक्सर ट्रैफिक सिग्नल पर रुकते हुए देखा है.’
इंडियन एक्सप्रेस ने छापा-​ Beef banned in Maharashtra, 5 yrs jail, Rs 10,000 fine for possession or sale- Beef lovers in Maharashtra will now have to do without the red meat as President Pranab Mukherjee has given his assent to the Maharashtra Animal Preservation (Amendment) Bill, 1995, nearly 19 years after the Maharashtra Assembly passed the Bill during the BJP-Shiv Sena rule in 1995. The slaughter of cows was previously prohibited in the state under the Maharashtra Animal Preservation Act of 1976. However, the passage of the new Act will ban the slaughter of bulls as well as bullocks, which was previously allowed based on a fit-for-slaughter certificate. नवभारत टाइम्स ने लिखा- महाराष्ट्र में गोहत्या अब गैर-कानूनी हो गया है. राज्य में​​ गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक को सोमवार को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई​.​ यह विधेयक कई साल से लंबित था​. राज्य के वित्त मंत्री सुधीर मुंगतीवर ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि राष्ट्रपति ने आखिरकार अपनी मंजूरी दे दी. हम इस विधेयक को पारित कर कानून का रूप देने के लिए पिछले कई साल से कड़ी मेहनत कर रहे हैं. यह न सिर्फ पशुओं की हत्या पर रोक सुनिश्चित करेगा बल्कि कृषि की स्थिति को भी स्थिर करेगा.
​ स्वाइन फ़्लू पर गरीबों को लेकर उनके निर्णय को मीडिया खूब सराहा. नवभारत टाइम्स ने लिखा- महाराष्ट्र सरकार ने ऐलान किया है कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोग जो स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं, उनके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी. सरकार ने साफ किया है कि जरूरत पड़ने पर स्वाइन फ्लू से पीड़ित गरीब मरीजों के इलाज प्राइवेट अस्पतालों में ही कराया जाएगा और उनके इलाज में जो भी खर्च आएगा, वह सरकार वहन करेगी. इस बारे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में गरीब मरीजों के स्वाइन फ्लू का इलाज का बिल सरकार अदा करेगी. लोकतेज ने लिखा- राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में स्वाइन फ्लू प्रभावितों की बढ़ती संख्या के बीच कहा कि इस बीमारी पर लगाम कसने के लिए सभी अस्पतालों को मरीजों का मुफ्त इलाज करने का निर्देश दिया है.​मुस्लिम आरक्षण पर भी खबरें छपीं.​ अमर उजाला ने लिखा- महाराष्ट्र में मुस्लिम आरक्षण रद्द किए जाने के फैसले से राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस ने इसके विरोध में बजट सत्र नहीं चलने देने की धमकी दी है. सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. प्रदेश के नवनियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि मुस्लिम आरक्षण समाप्त करने से भाजपा के ‘सबका साथ-सबका विकास’ के नारे की पोल खुल गई है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आनन-फाननमें मुस्लिम आरक्षण रद्द करने का फैसला किया है. इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा- The BJP-led government in Maharashtra has scrapped an ordinance providing reservation for Muslims, despite the Bombay High Court allowing quota for the community in educational institutions. The Devendra Fadnavis-led government, which had earlier said that it was against reservation on religious grounds, did not indicate if it plans to introduce a law to replace the ordinance, which lapsed in December last year. “The ordinance dated December 23, 2014 could not be converted into an Act. In view of this situation, we have decided to scrap this ordinance,” said a circular issued on Tuesday by the General Administration Department.
किसान के घर रुकने लिए भी मुख्यमंत्री चर्चा में आये. नवभारत टाइम्स ने लिखा- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार रात विदर्भ में यवतमाल जिले के एक गांव में एक किसान के घर रुके. फडणवीस ने किसानों की आत्महत्या के पीछे के कारणों की समीक्षा के लिए तीन गांवों का दौरा किया था. पिंपरी बूटी गांव में किसानों की विधवाओं से मिलने के बाद उन्होंने एक किसान के घर खाना खाया और उसी के यहां रात गुजारी. इस खबर को चैनलों और अखबारों ने प्राथमिकता से लिया.​​

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