​KM Mani Kerala Congress (M)

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​​FLOP ***** (News Rating Point) 14.03.2015
करिंगोझक्कल मनी मनी यानी केरल कांग्रेस (एम) के नेता और केरल के वित्तमंत्री केएम मनी अपने पूरे राजनीतिक जीवन में शायद ही इतनी चर्चा में आये हों… देश के जितने हिंदी, अंग्रेज़ी और दक्षिण भारतीय भाषाओं के चैनल थे, सब पर 13 मार्च की सुबह से केएम मनी और उनके खिलाफ विधानसभा के अन्दर और बाहर चल रहा प्रदर्शन छाया रहा. मनी को बजट को पेश करने से रोकने के लिए विपक्ष ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी लेकिन अंततः किसी तरह केएम मनी ने बजट पेश किया. केएम मनी केरल के एक प्रमुख नेता हैं लेकिन दक्षिण भारत के बाहर उनकी कोई ख़ास पहचान नहीं थी लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों की खबरों ने मनी को सुर्ख़ियों में ला दिया.
इंडियन एक्सप्रेस ने 14 मार्च को लिखा- A bid to prevent Kerala finance minister K M Mani from presenting the budget turned ugly on Friday as legislators went on a rampage in the Assembly. Nine people were injured and the Speaker’s chamber was vandalised in the chaos. However, Mani still tabled the budget guarded by the Assembly security staff and legislators of the ruling UDF.Outside, workers of the LDF and BJP’s youth wing, Yuva Morcha, who had camped there since Thursday night, clashed with the police. टाइम्स ऑफ़ इंडिया- Bent on preventing the state’s longest serving finance minister from presenting his 13th – and arguably last – budget over his alleged role in the bar bribery case, opposition members stormed the speaker’s dais, overturned his chair, damaged furniture and engaged in violent scuffle with the watch-andward staff. In the tussle, nine MLAs and 12 watch-and-ward staff suffered injuries and were hospitalized. इंटरनेशनल बिज़नस टाइम्स ने लिखा- Kerala Finance Minister K.M. Mani on Friday presented the 13th state budget amid ruckus created by members of the Left opposition who are demanding his resignation. They alleged that he took a bribe of Rs.1 crore to reopen the closed down bars in the state. Members of the opposition damaged Speaker N. Sakthan’s chair and computer as the house assembled for the day’s proceedings on Friday. The speaker as well as the finance minister were unable to enter the floor of the assembly and had to retreat to their cabins.​ इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा- However, tension continued in the assembly even after Mani managed to table the budget after reading out it for a few minutes without mike. Scuffle continued among the legislators of the ruling and the opposition benches. Some of the Opposition members collapsed on the floor of the assembly in the melee. The Opposition legislators alleged that they were manhandled by the watch and ward members (security staff) of the Assembly. हिंदुस्तान ने अपनी वेबसाईट पर लिखा- विधानसभा के बाहर एलडीएफ और युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं की घेरेबंदी ने भी हिंसक रूप धारण कर लिया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंके. पुलिस ने लोगों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. एलडीएफ ने कह दिया था कि विधानसभा की तरफ जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया जाएगा. इस कारण मनी और उनके कुछ सहयोगी कल के सत्र के बाद विधानसभा परिसर में ही रुक गए थे. हंगामे के बीच विधानसभा में घुसने वाले मणि ने वाच एंड वार्ड गार्ड की निगरानी में बजट के कुछ अंशों को पढ़ा और सदन के समक्ष इसे रखा. बार रिश्वत मामले में इस्तीफे की मांग पर जोर दे रहे एलडीएफ अगुवाई वाले विपक्षी सदस्य भी कल के सत्र के बाद सदन में रुक गए थे और सुबह से ही सदन में बैठे हुए थे. मनी को विधानसभा भवन में घुसने से रोकने के लिए विपक्षी सदस्य द्वार पर ही जमे हुए थे. हालांकि, सत्तारूढ़ विधायक 82 वर्षीय वित्त मंत्री को सदन के भीतर ले जाने में सफल रहे. विपक्षी सदस्यों और वाच एंड वाडर्स के बीच भिड़ंत भी हो गयी. बहरहाल, एलडीएफ विधायकों का एक समूह अध्यक्ष के आसन तक पहुंच गया और अध्यक्ष के आसन को फेंक दिया. भारी हंगामे के बीच बेहोश हो गए माकपा विधायक वी शिवनकुट्टी को प्राथमिक चिकित्सा दी गयी. सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पिछले साल दिसंबर में मनी के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था. उन पर आरोप है कि लाइसेंस नवीकरण के लिए उन्होंने बार मालिकों से कथित तौर पर रिश्वत लिये थे. केरल बार होटल ऑनर्स एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष बिजू रमेश ने ये आरोप लगाए थे.
पंजाब केसरी ने लिखा- केरल विधानसभा में भारी हंगामे के बीच बजट पेश हुआ​.​ वित्त मंत्री पर बार लाइसेंस देने के लिए घूस लेने के आरोपों के बाद विपक्ष ने विधानसभा के बाहर धरना दिया और विधानसभा के भीतर भी जमकर हंगामा किया​.​ ‘जंग का मैदान’ बनी केरल विधानसभा में कुर्सियां चलीं और हाथापाई भी हुई​.​ हंगामा इतना बढ़ गया कि सदन में स्थिति को काबू करने के लिए बाउंसर बुलाने पड़े​.​ इसी बीच विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे एलडीएफ के एक कार्यकर्ता की दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई, जबकि दो विधायक सीपीएम के टीवी राजेश और सीपीआइ की के सुलेखा घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा​.​ वित्त मंत्री केएम मनी को विधानसभा में बजट पेश करने में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा​ . प्रभात खबर ने लिखा- प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंके. पुलिस ने लोगों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोडे. एलडीएफ ने कह दिया था कि विधानसभा की तरफ जाने वाली सभी सडकों को बंद कर दिया जाएगा. इस कारण मणि और उनके कुछ सहयोगी कल के सत्र के बाद विधानसभा परिसर में ही रुक गए थे.

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