​Suresh Prabhu BJP

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​HIT **** (News Rating Point) 28.02.2014
​​ऐसा तो होता ही नहीं था कि रेल बजट में कोई भी नहीं ट्रेन नहीं. लेकिन अपने इसी अंदाज़ के चलते सुरेश प्रभु मीडियामीटर में अपने ग्राफ चढ़वाने में कामयाब रहे. 26 फरवरी की सुबह से देश के सभी चैनलों में सुरेश प्रभु छाये रहे. बजट पेश करने से पहले दूरदर्शन ने उनका एक इंटरव्यू किया, जिसे ज़्यादातर चैनलों ने शेयर किया. सभी चैनलों रेल बजट को लाइव दिखाया. उसके बाद बजट का विश्लेषण भी किया.
एबीपी न्यूज़ ने रेल बजट पर चर्चा में शामिल एक्सपर्ट से नंबर देने को कहा. इसमें विजय रैना ने 8, एमएम अग्रवाल ने 4, शंकर एयर ने 8.5, दिबांग ने 7, रशीद किदवई ने 8, अशोक वानखेड़े ने 7, विजय विद्रोही ने 8, सुनील कुमार ने 9, अनिल तिवारी ने 8.5 और वीरेंद्र कपूर ने 9 अंक दिए. जिसका औसत निकालिए तो 7.7 होता है. बीबीसी ने लिखा- India’s government has announced plans to invest $137bn (£88bn) in its ageing railway network over the next five years. Unveiling the annual railway budget, Railway Minister Suresh Prabhu said the cash boost will help modernise existing tracks and introduce faster trains. Mr Prabhu left the heavily subsidised passenger fares unchanged. अमर उजाला ने छपा- प्रभु करेंगे कायाकल्प- किराया नहीं बढ़ा, रेलवे के इतिहास में पहली बार किसी नई ट्रेन का ऐलान नहीं- यात्री किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं. कोई नई ट्रेन नहीं. चार लक्ष्य, पांच उत्प्रेरक और काम करने के 11 क्षेत्रों पर जोर. बृहस्पतिवार को संसद में पेश रेल बजट ने भारतीय रेल के भविष्य की तस्वीर साफ कर दी. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने जो बजट पेश किया, उसके प्रावधानों में रेलवे के कायापलट की पूरी संभावना दिखी. यह पहली बार है, जब रेल बजट में राजनीति नहीं दिखी. बजट में पीएम मोदी की छाप दिखी. दैनिक जागरण ने लिखा- रेलवे का पुनर्जन्म… मुलायम ने सराहा. शिवसेना को नहीं भाई प्रभु की रेल.हिन्दुस्तान की हेडिंग थी- प्रभु की अनोखी लीला. टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने लिखा- Pacy Prabhu Looks For Bounce From Flat Track – Avoids populism; no new trains announced in Railway Budget for perhaps the first time eve.Focus on decongesting network by adding lines to high-traffic routes, making trains faster. Freight rate hike, mostly on foodgrains and urea, to raise Rs 4,000 crore. Stations to be bid out to private firms on lines of some major airports. इंडियन एक्सप्रेस में बजट पर अपने एक लेख में पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने लिखा- The rail budget missed an ideal opportunity to lay out the agenda for the future in a concrete manner. Instead, it was a statement of lofty intent.

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