एनआरपी डेस्क
लखनऊ। घर-गृहस्थी के मामलों में महिलाएं, बॉस की भूमिका में हैं। खास तौर पर जब घर का सामान खरीदने से लेकर रिश्तेदारों के यहां जाने तक की बात हो। इन मामलों में उन्हीं की बात घर के बाकी लोग मानते हैं। अच्छी बात है कि सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 90.5 प्रतिशत महिलाएं इस तरह के फैसले खुद ही करती हैं। बात जमीन और मकान मालिक होने की हो तो यूपी की 51 प्रतिशत महिलाएं अकेले या संयुक्त रूप से घर की मालकिन है यानी लिखा पढ़ी में घर को आधी या पूरी मालिक हैं। ग्रामीण महिलाओं के मुकाबले शहर की महिलाओं को घर चलाने में ज्यादा आजादी हैं। इस मामले में सबसे शीर्ष पर तीन राज्य नागालैंड, मिजोरम और पुडुचेरी आते हैं। भारत में महिला एवं पुरुष-2025 की इसी महीने आई रिपोर्ट से यह तथ्य उजागर हुए हैं। इसे केंद्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन, सांख्यिकी मंत्रालय ने तैयार किया है।



