एनआरपी डेस्क।
लखनऊ। आकाश की माफी के बाद से देश और प्रदेश के प्रमुख न्यूज़ चैनल, अखबार और इंटरनेट मीडिया में चर्चा है। माफी के बाद से आकाश आनंद की रेटिंग काफी हाई हुई है। मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने चुनौतियों से जूझ रही बसपा प्रमुख से माफी मांगकर जहां वापसी करने के संकेत दिए हैं। वहीं पार्टी में नई ऊर्जा की आस जगाई है। उन्होंने यह साफ किया है कि वह रिश्तों-नातों से ऊपर उठकर पार्टी की सेवा करेंगे और बुआ का ही कहना मनेंगे। राजनीतिक जानकार आकाश के इस कदम को बसपा के घटते रहे जनाधार के बीच नई ऊर्जा के रूप में देख रहे हैं। आकाश को चापसी पार्टी के लिए कितनी लाभकारी होगा यह वक्त बताएगा, लेकिन चंद्रशेखर आजाद को चुनौती के बीच आकाश एक तेज-तर्रार युवा चेहरे के रूप में पार्टी में जोश भरें तो हैरत नहीं। बसपा में मौजूदा समय मायावती के अलावा पार्टी में दूसरा कोई बड़ा दलित चेहरा नहीं है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आकाश आनंद के आने से फायदा होगा। मायावती के बाद वह दूसरा सबसे बड़ा चेहरा होंगे। जाटव के साथ अन्य दलित विरादरी के लोगों को बांधे रखने में मदद करेंगे। मैदान में उतर कर चंद्रशेखर आजाद के साथ ही भाजपा, सपा कांग्रेस को चुनौती देकर बसपा का पक्ष मजबूत कर सकेंगे। आकाश के पार्टी में आने से ससुर अशोक सिद्धार्थ के साथ जाकर दूसरी पार्टी बनाने की संभावना भी क्षीर्ण होगी।