FLOP * (News Rating Point) 13.06.2015
समाजवादी पार्टी नेताओं राममूर्ति वर्मा और तोताराम यादव ने इस सप्ताह उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार की खूब फजीहत कराई. राज्य मंत्री कैलाश चौरसिया के समर्थकों और आरटीओ के बीच मारपीट का मामला भी जमकर उछला. पत्रकार जगेन्द्र सिंह की ह्त्या का मामला लगातार सुर्ख़ियों बना रहा. अखबारों और चैनलों ने वर्मा के मंत्री पद पर बने रहने और गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठाये. सोशल मीडिया पर भी यह मामला छाया रहा. विपक्ष भी लगातार इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर रहा. जगेंद्र की हत्या के आरोपी राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा पर कार्रवाई को लेकर अखिलेश सरकार पर लगातार दबाव रहा. राज्यपाल राम नाईक ने दखल देते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस मामले की गहराई से जांच कराने के लिए पत्र भी लिखा. कानपुर में भी पत्रकार को गोली मारे जाने की खबर पर चैनलों ने अखिलेश सरकार को घेरा. हालांकि मंत्री पर एफआईआर कराने का मुख्यमंत्री के निर्देश को भी मीडिया ने तवज्जो दिया. इस सप्ताह योग को लेकर भी अखिलेश यादव का बयान सामने आया. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश में योग पर बेवजह विवाद खड़ा करने की कोशिश हो रही है. यह कोशिश सियासी है. देश में सदियों से योग चल रहा है, योग हमारी विरासत और परंपरा है. कहीं विरोध नहीं है. लेकिन, मीडिया और मार्केटिंग के दौर में योग पर भी अपना ठप्पा लगाने की कोशिश हो रही है. विवाद का सबब यही है.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)