HIT *** (News Rating Point) 02.01.2016
प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस सप्ताह अपने दो ख़ास युवा नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने और फिर उनके दबाव में चंद दिनों में वापसी के चलते चर्चा में रहे. दरअसल अखिलेश यादव के दो युवा नेताओं सुनील यादव ‘साजन’ और आनंद भदौरिया को पार्टी से निकल दिया गया था और यह निर्णय वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव की ओर से जारी किया गया था. उनके ऊपर पार्टी विरोधी काम करने का इल्ज़ाम लगाया गया. अखबारों ने लिखा कि मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर कार्रवाई हुई. वह पार्टी उम्मीदवार की मुख़ालफ़त कर रहे थे. मुलायम सिंह के पास इसकी शिकायत पहुंचने पर उन्होंने उन्हें पार्टी से निकाल दिया. इसके बाद सैफई महोत्सव में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नहीं पहुंचे और ये खबर चर्चा का विषय बनी. अख़बारों और चैनलों ने बताया कि नाराजगी के चलते अखिलेश सैफई नहीं पहुंचे. लेकिन शुक्रवार को सुनील साजन और आनंद भदौरिया की पार्टी में वापसी हो गयी, जिसे मीडिया ने अखिलेश की पार्टी में जीत की तरह लिया. इसके अलावा अखिलेश नोयडा नहीं जाने के वजह से भी चर्चा में रहे. अखबारों और चैनलों ने लिखा कि दूसरे पूर्व मुख्यमंत्रियों की तरह अखिलेश भी अंधविश्वास की वजह से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में नोयडा नहीं गए. इसे नए दौर के मुख्यमंत्री की छवि पर नकारात्मक असर के रूप में देखा जा सकता है.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
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