एनआरपी डेस्क
लखनऊ। एबीपी न्यूज के कार्यक्रम प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव का जो प्यार यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लिए उमड़ा। वह अब चुटीले तकरार में बदल चुका है। दोनों के बीच ट्विटर वार छिड़ी नजर आ रही है। लेकिन ऐसी खबरों ने केशव प्रसाद मौर्य का न्यूज़ ग्राफ बढ़ाया है।
असल में अखिलेश यादव मंगलवार को एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद को लेकर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य ने सपना तो देखा था मुख्यमंत्री बनने का। आज भी ले आएं 100 विधायक। अरे बिहार से उदाहरण लें न वो। जो बिहार में हुआ वो यूपी में क्यों नहीं करते हैं? मैं समर्थन को तैयार हूं।
सत्ता के लिए बेचैन श्री अखिलेश यादव की पार्टी सपा का लोकसभा चुनाव 2024 में खाता भी नहीं खुलेगा,यूपी और देश में मोदी लहर पहले से तेज!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) September 10, 2022
आप इतना जो मुस्कुरा रहे हो… आपके मंत्रालय में बजट की कटौती हो गयी… आपके मंत्रालय के विभागों में पैसा नहीं पहुँचा… टेंडर न हो पाया… क्या ये सब राज़ छिपा रहे हो… आप इतना क्यों मुस्कुरा रहे हो? pic.twitter.com/taWOBlouzb
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 10, 2022
अमर उजाला ने लिखा कि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को 100 विधायकों के साथ पाला बदलने पर मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर दे दिया। इसके बाद से सियासी गलियारे में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं। 2017 विधानसभा चुनाव माना जा रहा था कि केशव यूपी के मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद कई बार केशव प्रसाद मौर्य और योगी आदित्यनाथ के बीच अनबन की खबरें आती रहीं।
ज़ी न्यूज के अनुसार, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा का खाता भी नहीं खुलेगा। इसका पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने कई ट्वीट कर दिए।
हिंदुस्तान ने लिखा कि यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को 100 विधायक लाने पर सीएम बनाने का ऑफर देने के पीछे अखिलेश यादव यूपी में पिछड़ों को पूरी तरह अपने पक्ष में गोलबंदी कराने के लिए अब नया दांव चल रहे हैं। अब वह भारतीय जनता पार्टी में अगड़ा बनाम पिछड़ा का सवाल खड़ा करने की कोशिश में हैं। केशव मौर्य को सीएम बनाने की मुहिम का राग उन्होंने शायद इसीलिए छेड़ा है। हालांकि इसका माकूल जवाब उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने दे दिया है लेकिन सपा मुखिया इस सवाल को और गहराने की तैयारी में हैं। विधानसभा चुनाव तो 2027 में होना है। पर 18-19 महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में सपा पिछड़ा बनाम अगड़ा की पिच पर खेलना चाहती है। इसके जरिए वह जहां तमाम पिछड़ी जातियों में पैठ बढ़ाने की कोशिश में है।
नवभारत टाइम्स ने लिखा कि अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच जारी ‘लड़ाई’ खासी सुर्खियां बटोर रही है। अखिलेश यादव कभी डिप्टी सीएम को उनकी स्थिति पर तंज कसते तो कभी ऑफर देते दिखाई पड़ रहे हैं। वहीं, डिप्टी सीएम केशव मौर्य अखिलेश यादव को करारा जवाब देते दिख रहे हैं। शनिवार को एक बार फिर दोनों नेता आमने-सामने थे। जी नहीं, ये लड़ाई किसी मैदान में नहीं हो रही। यह ट्विटर की लड़ाई है। ट्वीट वाण एक-दूसरे पर छूट रहे हैं।
एबीपी न्यूज़ ने कहा कि यूपी के बांदा पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से सीएम पद के ऑफर को लेकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि वो अपनी हार से बौखलाए हुए हैं। उनकी हालत ऐसे हो गई है जैसे बिना पानी के मछली तड़पती है।
आजतक ने कहा – अखिलेश ने कहा कि अगर वे अपने 100 विधायकों के साथ सपा में शामिल हो जाएं, तो उन्हें मुख्यमंत्री बना दूंगा। अखिलेश के ऑफर पर मौर्य ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि सपा के 100 से ज्यादा विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं।