Arvind Kejriwal AAP

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​HIT ** (News Rating Point​) 21.02.2014
अरविन्द केजरीवाल के शपथ ग्रहण की खबरों से 15 फरवरी को अख़बार भरे हुए थे और इसके साथ ही तलाशा जाने लगा था कि अरविन्द केजरीवाल के वादों में कितने जुमले हैं. 15 फरवरी दैनिक जागरण, पेज एक-  रामलीला मैदान में शनिवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को देश का पहला भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने का संकल्प जताया. खचाखच भरे मैदान में बैठे लोगों से उन्होंने कहा- रिश्वत मांगने वाले से सेटिंग कर लेना-रिश्वत लेने का वीडियो तैयार कर लेना और वह वीडियो उन्हें भेज देना. कार्रवाई मैं करूंगा. केजरीवाल के साथ मनीष सिसौदिया ने उप मुख्यमंत्री पद की तथा गोपाल राय, संदीप कुमार, असीम अहमद खान, सतेंद्र जैन और जितेंद्र सिंह तोमर ने मंत्री पद की शपथ ली. मुकेश केजरीवाल की लिखी एक खबर और थी जागरण में-  दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने अरविंद केजरीवाल मंच से भले ही अपने वादों की समय सीमा देने से बच रहे हों, लेकिन इस अखबार ने उनसे कुछ अहम मसलों पर डेडलाइन जरूर ले ली है. अखबार से उन्होंने वादा किया है कि महिला सुरक्षा के लिए बसों में सिक्योरिटी गार्ड बिठाने, मोबाइल पर सुरक्षा एप देने और ब्लाइंड स्पॉट मानी गई जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगाने का काम अगले कुछ दिनों में ही पूरा कर लेंगे. इसी तरह कहा है कि छह महीने में महंगाई को काबू में करने और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर महत्वपूर्ण प्रगति कर दिखाएंगे. टाइम्स ऑफ़ इंडिया- Kejriwal Pledges End To Corruption And VIP Culture, Says Will Work With All Parties – `Sabka CM’ promises a new Delhi- Exactly a year after his government resigned following a tumultuous 49-day stint in Delhi, Arvind Kejriwal took oath as chief minister on Saturday . Far from being a man in hurry -as he clearly was last time -he pledged to serve Delhi for five years, described himself as “sabka CM“ and promised to rid the city of corruption. And for completing this “mission“, he warned his party against ahankaar (arrogance), saying they had been punished when with 28 seats in Delhi, they set out to contest across the country in last year’s Lok Sabha polls. PM at bus stop? Unlikely, but VIP culture may end- The national capital may be infamous for the `Don’t-you-know-who-I-am’ attitude and screaming sirens of politicians’ vehicles showing that they have more privileges that ordinary citizens, but after his swearingin Arvind Kejriwal promised to wipe out the VIP culture.
हिन्दुस्तान टाइम्स ने 16 फरवरी को लिखा- Only a day after Arvind Kejriwal was sworn in as Delhi’s chief minister, the Aam Aadmi’s impact was visible in the Capital on Sunday with government tankers supplying water to several parched neighbourhoods they had never visited before. Many residents in south Delhi’s Sangam Vihar – Asia’s largest unauthorised colony– saw government tankers for the first time after battling water woes for decades. इसी दिन हिंदुस्तान ने लिखा- केजरीवाल की वादों की राह में खडी तीन चुनौतियाँ. इसमें लिखा गया पूर्ण राज्य, बजट का इंतजाम और बिजली का मसला ये तीन बड़ी चुनौतियां हैं. 17 फरवरी को आजतक ने हेडलाइंस में चलाया- ऑर्गनाइज़र में केजरीवाल पर हमला. 17 फरवरी को दैनिक जागरण ने लिखा- दिल्ली की सत्ता संभालने के साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल एक्शन में आ गए हैं और दिल्ली की जनता को राहत पहुंचाने वाले फैसले ले रहे हैं. आज दिल्ली सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए एक आदेश दिया. इस आदेश के अनुसार अनुबंध पर काम कर रहे किसी भी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा. इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कैबिनेट की पहली बैठक में आम आदमी के हित में बड़ा फैसला लिया गया था. लेकिन सबसे बड़ी खबर चर्चा में आयी वो थी दिल्ली विधानसभा सचिवालय में मीडिया बैन. इसकी खबर की शुरुआत उस दिन से हुई जिस दिन केजरीवाल सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई. बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया प्रेस ब्रीफिंग के लिए आये लेकिन मीडिया ने उनकी प्रेस कांफ्रेंस का विरोध में बहिष्कार कर दिया. नवभारत टाइम्स से 17 फरवरी को लिखा- विवादों के साथ आप की शुरुआत- दिल्ली सचिवालय में मीडिया बैन.

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