FLOP * (News Rating Point) 01.08.2015
इस सप्ताह याकूब की फांसी पर असद्दुदीन ओवैसी ने कहा, ”इंसाफ नहीं हुआ. ये ठीक है कि मुंबई दंगों में जो लोग मारे गए थे, उनके दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन बाबू बजरंगी और माया कोडनानी, कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा को भी फांसी मिलनी चाहिए. फांसी पर लटकाना अगर इंसाफ है तो इन लोगों को भी फांसी मिलनी चाहिए. मैं याकूब का पक्ष नहीं लेता, लेकिन हमेशा हमारा ही नुकसान होता है. बेअंत सिंह के कातिल को मजहब के नाम पर बचाया जा रहा है. यही हाल राजीव के हत्यारों का है. बाबरी मस्जिद गिराने वालों को भी फांसी हो. अगर मैं सम्मान के साथ सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाखुश होता हूं तो क्या गलत है?” ओवैसी को आश्चर्यजनक रूप से शिवसेना का समर्थन मिला. शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में कहा गया है कि ओवैसी ने जो बात उठाई है वह विचार करने योग्य है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे मौत की सजा सुनाए जाने के बावजूद जीवित हैं क्योंकि उनकी राज्य सरकारें उन्हें मृत्युदंड दिए जाने के खिलाफ हैं.
इस सप्ताह याकूब की फांसी पर असद्दुदीन ओवैसी ने कहा, ”इंसाफ नहीं हुआ. ये ठीक है कि मुंबई दंगों में जो लोग मारे गए थे, उनके दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन बाबू बजरंगी और माया कोडनानी, कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा को भी फांसी मिलनी चाहिए. फांसी पर लटकाना अगर इंसाफ है तो इन लोगों को भी फांसी मिलनी चाहिए. मैं याकूब का पक्ष नहीं लेता, लेकिन हमेशा हमारा ही नुकसान होता है. बेअंत सिंह के कातिल को मजहब के नाम पर बचाया जा रहा है. यही हाल राजीव के हत्यारों का है. बाबरी मस्जिद गिराने वालों को भी फांसी हो. अगर मैं सम्मान के साथ सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाखुश होता हूं तो क्या गलत है?” ओवैसी को आश्चर्यजनक रूप से शिवसेना का समर्थन मिला. शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में कहा गया है कि ओवैसी ने जो बात उठाई है वह विचार करने योग्य है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे मौत की सजा सुनाए जाने के बावजूद जीवित हैं क्योंकि उनकी राज्य सरकारें उन्हें मृत्युदंड दिए जाने के खिलाफ हैं.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
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