HIT 1/2 * (News Rating Point) 26.08.2015
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पंजाब कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव नहीं करने का रुख अपनाने से नाराज कैप्टन अमरिंदर सिंह के सब्र का बांध टूटता नज़र आया और वो मीडिया में खबर भी बना. अखबारों ने कयास लगाया कि यदि उन्हें पार्टी का प्रदेश प्रधान नहीं बनाया तो वह अगले साल तक कांग्रेस छोड़ सकते हैं. सोनिया-राहुल की दिल्ली रैली के दिन 1965 की भारत-पाक जंग पर अपनी पुस्तक रिलीज करने के मौके पर उन्होंने इस बार सोनिया गांधी को आमंत्रित नहीं किया. उल्टे उसी दिन उन्होंने राहुल की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए अपने सभी विकल्प खुले रखने की बात भी कह डाली. पार्टी नेतृत्व अब अमरिंदर सिंह को लेकर खासा गंभीर हो गया है, क्योंकि उनके पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पंजाब के कई वरिष्ठ नेताओं के अलावा पड़ोसी हिमाचल प्रदेश व हरियाणा के पहली कतार के कांग्रेसी भी मौजूद थे.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)