एनआरपी डेस्क।
लखनऊ। प्रदेश के इतिहास में कम दरों पर टेंडर के जरिये सरकारी धन के बचत का रिकॉर्ड बना है। वित्त वर्ष 2024-25 में पीडब्ल्यूडी ने निर्धारित रेट से कम पर सड़कों के ठेके देकर 3720.18 करोड़ रुपये बचाए। मानक रेट से 31 फीसदी तक नीचे निविदाएं फाइनल हुई हैं। ऐसा टेंडर प्रक्रिया ऑनलाइन होने और ठेकेदारों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ने से हुआ है। लेकिन, इससे काम की गुणवत्ता बनाए रखने की चुनौती भी अधिकारियों के सामने आ खड़ी हुई है। जानकार बताते हैं कि आजादी के बाद प्रदेश में इस तरह से यह सर्वाधिक बचत है। वर्ष 2024-25 में सभी 18 मंडलों में 38841 सड़कों के टेंडर ऑनलाइन जारी हुए। ये सभी टेंडर औसतन 19.67 प्रतिशत तक नीचे गए हैं। यानी पीडब्ल्यूडी ने जो रेट मांग, उससे कहीं ज्यादा कम पर ठेकेदार काम पूरा करने को तैयार हो गए। इन टेंडरों की कुल कीमत 17680.25 करोड़ रुपये रखी गई थी, जबकि ये फाइनल 13960.07 करोड़ पर हुए। इस बचत में प्रयागराज, मिर्जापुर और गोरखपुर सबसे आगे हैं।