Dr Dinesh Sharma ​ BJP

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HIT 1/2* (News Rating Point) 21.03.2015
उत्तर प्रदेश में महापौर के अधिकारों में कटौती के विरोध, शरद यादव के बयान का विरोध, मसर्रत और आम आदमी पार्टी पर बयानों के चलते भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा चर्चा में रहे.

बीजेपी ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के महिलाओं पर दिए बयान पर उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि शरद यादव लालू की संगत में हैं और यह बयान इसी संगत का नतीजा है. मसर्रत की रिहाई पर दिनेश शर्मा ने कहा कि इस पूरे प्रकरण के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. दिनेश शर्मा ने कहा कि हिन्दुत्व एक विचारधारा है, जिसके तहत हिन्दुस्तान में रहने वाले सभी वर्ग के लोग भाई-बहन हैं और एक दूसरे के प्रति सभी समर्पित हैं और इस धर्म का सम्मान किया जाता है.
नवभारत टाइम्स
विश्व का सबसे बड़ा दल बनने जा रही है भाजपा : डॉ शर्मा
हिंदुस्तान
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा लखनऊ के महापौर डॉ. दिनेश शर्मा का मानना है कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने मुसलमानों का सिर्फ उपयोग किया. फैजाबाद में एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए डॉ. दिनेश शर्मा मीडिया से रूबरू थे. डॉ. शर्मा ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी-बड़ी बाते करने वाली आम आदमी पार्टी की कलई अब धीरे-धीरे खुल रही है.
दैनिक जागरण

​​With the realization that Bharatiya Janata Party is going to be its main rival in the 2017 assembly polls, Samajwadi Party is gradually targeting its strong zones. So, after launching a number of schemes especially for Hindus, the ruling party is now aiming to dent the saffron party`s urban clout by bringing amendments in urban bodies act. The amendments approved by the state cabinet on Tuesday will ensure two things: First, a mayor directly elected by public can be dislodged through a no-confidence motion by corporators and second, mayor`s financial powers may be curtailed. The move, as expected, evoked a sharp reaction from the BJP and party members created a ruckus in assembly over the issue. Lucknow mayor Dinesh Sharma, who is serving a second term, said: “It is totally undemocratic act and would be opposed tooth and nail.
– nyoooz
प्रदेश के 13 नगर निगमों में से 9 पर बीजेपी के मेयर हैं. राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि प्रदेश सरकार की नजर 2017 के विधानसभा चुनावों पर है. मेयरों के अधिकार इसलिए कम किए जा रहे हैं जिससे कि हर नगर निगम में बीजेपी को कमजोर किया जा सके. राजधानी के मेयर डॉ़ दिनेश शर्मा भी इस बात से इत्तेफाक रखते हैं.
नवभारत टाइम्स
उत्तर प्रदेश मेयर काउन्सिल के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार जनता द्वारा चुनी हुई स्थानीय सरकारों का अस्तित्व मिटाने की साजिश कर रही है. महापौर को जनता चुनकर भेजती है. उसे राज्य सरकार नहीं हटा सकती. इसके बाद भी सरकार ने उ.प्र. नगर निगम (संशोधन) विधेयक 2015 में महापौरों को हटाने का प्रावधान कर दिया गया.
पर्दाफ़ाश

 

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