HIT 1/2* (News Rating Point) 28.02.2014
इस सप्ताह भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मीडिया में खुद को कुछ ख़ास नहीं चमका पाए. यूपी बजट और रेल बजट पर उनकी प्रतिक्रियाओं को अख़बारों और रीजनल चैनलों में जगह मिली. हिन्दुस्तान ने यूपी बजट पर वाजपेयी का बयान छापा- शब्दों का मायाजाल अधिक. दैनिक जागरण ने लिखा- सरकार का बजट झूठ का पिटारा है. गत वर्ष के सापेक्ष विकास दर में दशमलव 8 प्रतिशत की गिरावट छिपाना दुर्भाग्यपूर्ण है. किसान वर्ष मनाने का फैसला लेने के बावजूद गन्ना मूल्य भुगतान न होने और गेहूं व धान खरीद में बोनस देने की व्यवस्था न करना धोखा है. पिछला बजट खर्च न करने वाली सपा सरकार जनता की आंखों में धूल झोंक कर वोटों का इंतजाम करना चाहती है. विकास के नाम पर अधिकतर योजनाएं केंद्र सरकार पोषित हैं. टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने उनका बयान छापा- The growth rate rate has rather gone down in comparison to what it was last year. जबकि रेल बजट पर भी उनके बयान अखबारों में छपे. दैनिक जागरण ने लिखा- भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि रेल बजट ऐतिहासिक है. रेल यात्री किराए में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जिससे महंगाई काबू में रहेगी. ट्रेन की सुरक्षा एवं संरक्षा पर केंद्रित इस बजट से यात्रा सुरक्षित होगी. नवभारत टाइम्स ने लिखा- ‘इस रेल बजट से आधारभूत ढांचा मजबूत होगा. यह रेल बजट ऐतिहासिक है क्योंकि लोकलुभावन घोषणाओं पर न जाते हुए पहले मौजूदा ढांचे को सुदृढ, समृद्ध, सुरक्षित एवं समयबद्ध करने पर जोर दिया है. ट्रेनों की सुरक्षा एवं संरक्षा पर केन्द्रित इस बजट से यात्रा सुरक्षित होगी.