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FLOP **** (News Rating Point) 02.04.2016
विधान परिषद में नामित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भेजे नामों में पांच को राजभवन के खारिज किये जाने की वजह से इस सप्ताह समाजवादी पार्टी नेता राजपाल कश्यप चर्चा में आये. वापस किये गए नामों में में बिल्डर संजय सेठ, कमलेश पाठक, अब्दुल सरफराज खां और रणविजय सिंह का नाम है. गवर्नर ने कहा है कि यह लोग निर्धारित योग्यता नहीं रखते. नए नाम भेजे जाएं. विधान परिषद में साहित्य, विज्ञान, कला, सहकारी आंदोलन और समाजसेवा में विशेष योग्यता वाले सदस्य नामित किए जाते हैं. यूपी सरकार ने मई में राजभवन को 9 नाम भेजे थे. इनमें से लीलावती कुशवाहा, श्रीराम सिंह यादव, रामवृक्ष सिंह यादव, जितेन्द्र यादव के नामों पर 2 जुलाई को मुहर लग चुकी है. संविधान के आर्टिकल 171(5) के अंतर्गत साहित्य, विज्ञान, कला, सहकारिता या समाज सेवा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वालों को एमएलसी नामित किया जाता है. नवभारत टाइम्स ने लिखा कि राजपाल कश्यप अपनी पीएचडी के आधार पर शिक्षा क्षेत्र में विशिष्टता का दावा कर रहे थे. उन्हें लखनऊ विवि से मेडल भी मिला है.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
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