एनआरपी डेस्क।
लखनऊ। युवा समाज की तस्वीर बदल सकते हैं, बस उन्हें सही दिशा देने की जरूरत होती है। संदीप कुमार राठौर इसकी मिसाल हैं। वह न केवल खुद प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे हैं, बल्कि नौनिहालों के जीवन से अशिक्षा का अंधियारा भी मिटा रहे हैं। शिक्षा समाज का वह दीपक है, जो अज्ञानता के अंधकार को दूर कर एक उज्वल भविष्य की नींव रखता है। संदीप न केवल अपने भविष्य के सपनों को पूरा करने में लगे हैं, बल्कि वंचित बच्चों की जिंदगी में ज्ञान का उजियारा भी ला रहे हैं। हरदोई के बघौली निवासी परास्नातक संदीप कुमार राठौर 2014 में प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी के लिए राजधानी आए और प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी में जुट गए। किसान परिवार के संदीप ने पहली बार प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा दी, लेकिन वह प्री परीक्षा भी नहीं निकाल पाए।