HIT ***** (News Rating Point) 28.03.2015
कहने को तो वह राजस्थान में भाजपा के एक साधारण विधायक हैं लेकिन अपने सिद्धांतों के कारण चर्चा में आ गए.
राजस्थान के टोंक जिले के निवाई विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक हीरा लाल रैगर के बेटे ने अजमेर की कृषि उपज मंडी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद के लिए इंटरव्यू दिया. बीजेपी विधायक ने कहा, ‘मैं तो 3 विषयों में पोस्ट ग्रैजुएट हूं और पढ़ाई में गोल्ड मेडल तक ले चुका हूं, लेकिन बेटा हंसराज पढ़ाई में पिछड़ गया. वह आठवीं तक ही पढ़ पाया. अब इसी तरह की नौकरी के लायक बचा है. यह वही हीरा लाल हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बयान दिया था कि सोनिया और राहुल के कपड़े उतारकर उन्हें इटली भेज देना चाहिए.
– नवभारत टाइम्स
दो बार से विधायक वर्मा राजनीति में आने से पहले राज्य सरकार में अधिकारी थे. उन्होंने कहा कि उनका बेटा ‘कम पढ़ा लिखा’ है. वह नहीं चाहते कि उनका बेटा राजनीति में आए या कोई ऐसा काम करे ‘जो उसकी क्षमता और योग्यता से ज्यादा’ हो. वर्मा ने बताया कि ‘मेरा बेटा निवाई में एक निजी क्लीनिक में काम करता है और हर माह पांच हजार रुपये कमाता है. वह पढ़ाई में काफी कमजोर था और मैट्रिक की परीक्षा भी पास नहीं कर सका. इसलिए वह चपरासी की नौकरी के ही योग्य है.’
– अमर उजाला
Most of the politicians want their children to follow in their footsteps but a Rajasthan MLA wants his son to chart his course according to his eligibility. BJP legislator Heera Lal Verma does not want his 8th standard pass son, Hansraj, to join politics and considers him good for a peon’s job, for which he yesterday appeared in an interview at Krishi Upaj Mandi (Rajasthan State Agriculture Marketing Board) in Ajmer.
– The Indian Express