एनआरपी डेस्क
लखनऊ । नवभारत टाइम्स ने बलरामपुर अस्पताल को लेकर अच्छी खबर छापी है – नमस्कार, सलाम, मैं बलरामपुर अस्पताल हूं। सोमवार को मेरी उम्र 156 बरस हो जाएगी। मेरा सफर बतौर डिस्पेंसरी 12 वेड से शुरू हुआ था, आज यहां 13 एकड़ जमीन में बने भवनों में हर रोज पांच हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। तीन फरवरी को मेरा स्थापना दिवस मनाया जाएगा। बलरामपुर राजघराने के राजा भगवती सिंह का मेरे सफर में अहम योगदान है। मेरी नींव रेजीडेंसी के बगल में बतौर डिस्पेंसरी साल 1860 में पड़ी थी। 27 साल की उम्र में ब्रिटिश सर्जन फ्रेड्रिक ऑगस्टस की मौत के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए 1869 में तैयार हुई इमारत में ‘रेजिडेंसी हिल डिस्पेंसरी’ का संचालन शुरू हुआ।