एनआरपी डेस्क
लखनऊ। एक गाड़ी पर 550 के बजाय 732 मकानों का कूड़ा उठाने का बोझ, नगर निगम सदन में पार्षदों ने भी उठाए सवाल साथ दो एजेंसियों को सोश है। चप एक कपनने के फाया जिम्मा है। असते तर दया है कि सीमें 100 पोराची भों में बुदा उठान ही ता इस को ल रहे हैं। एहेमेट के 1300 गाड़ियों को जन olted પગિ नगर किन सदन की बैटमें दिन पहले बाई पदों ने घर-पर कूड़ा भई में पहन 40% -सुक्मि, मौजूद्ध कथा में नगर निगम में कुल 7.20 लब पवन तिलई है। इन चे से कूड़ा के लिए यो रहा है मेट में मनकों के मुंचक्कि 950 पहरी के लिए एक ई 6500 लेकिन हार ने घर-घर कूड़ा लिए एक बड़ी है। सुबह 7 बजे से में काम शुरू किए में कूड़ा इकाने में में 20 घंटे सने जबकि ये क्षितौर से पर गाड़ियां ही लगाईं तो कूड़ा उठान कैसे ? एक चार्जिंग में 80 किमी एजेंसियों के पास घर-घर बूका ততাব बारयदातर है। गाड़ियां एक बार चार्जिंग के बाद औसान 80 किमी ही पात सकती है। इस तरह एक बार में 150 से 200 मकान से ही कूड़ा उठानको पाता है। इस माही में दो तीन दिन के अंतराल पर कूड़ा उठान हो रहा है। कूड़ा कर्तगधन के लिए किसी वोर्ड में वाहन नाम है संबंधित पार्षद की जानकारी जाएगी। पर असुविधा दूर की कूड़ा गाड़ियों की कम संख्या पर पार्षद लगातार शिवस्यछ कर रहे हैं। इस पर सभी जोनल सेनेटरी अफसरों से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके आधार पर आगे की अभी होगी।



