FLOP 1/2* (News Rating Point) 21.05.2016
सीपीएम (एमएल) पोलित ब्यूरो की सदस्य कविता कृष्णन और उनकी मां लक्ष्मी कृष्णन ने सोशल मीडिया पर फ्री सेक्स को लेकर बहस छेड़ दी है. यह बहस महिला के अधिकारों और सहमति से सेक्स को लेकर है. नवभारत टाइम्स ने लिखा कि हालांकि एक यूजर की ओर से किए गए कमेंट के बाद यह बहस गरम हो गई. यूजर को जवाब देते हुए कविता और उनकी मां ने लिखा, ‘हां हमने फ्री सेक्स किया है.’ कविता के फेसबुक पेज पर फ्री सेक्स के समर्थन में एक पोस्ट की गई थी. इसमें लिखा था, ‘यह अफसोस की बात है कि कुछ लोग ‘फ्री सेक्स’ (अपनी मर्जी से किसी भी व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाना) से डरते हैं. उन्होंने लिखा कि ‘अनफ्री सेक्स’ कुछ और नहीं बल्कि रेप है.’ इस पर एक यूजर जीएम दास ने कमेंट किया, ‘अपनी मां/बेटी से पूछो कि क्या उन्होंने फ्री सेक्स किया है.’ इस पर कविता ने कहा, ‘हां मेरी मां ने ऐसा किया है. उम्मीद है कि आपकी मां ने भी ऐसा किया होगा क्योंकि यदि कोई महिला आजाद नहीं है, तो यह सेक्स नहीं रेप है, समझे.’ इसके बाद इस बहस में कविता की मां लक्ष्मी कृष्णन भी कूद गईं. उन्होंने लिखा, ‘हाय जीएम दास! मैं कविता की मां हूं. बिलकुल मैंने फ्री सेक्स किया है. जब और जैसे मैं चाहती थी, जिस आदमी के साथ चाहती थी, फ्री सेक्स किया. इस मुद्दे पर हर महिला और पुरुष के समर्थन में मैं लड़ी. अनफ्री और असहमति से किए गए सेक्स के खिलाफ हमेशा रही.’ कविता की इस पोस्ट को 600 लाइक्स और 30 शेयर मिले हैं. कई यूजर्स ने लिखा, ‘आप पर गर्व है मैडम. वहीं, एक यूजर ने लिखा- ऐसी बेबाकी से प्रतिक्रिया देने के लिए आपका शुक्रिया.’ कविता ने इस पोस्ट में जेएनयू के टीचरों को भी निशाने पर लिया है. टीचरों ने कथित रूप से 2015 में एक दस्तावेज तैयार किया था, जिसमें स्टूडेंट्स को सेक्स और शराब से भरे जीवन के बारे में बताया गया था.’
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
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