HIT * (News Rating Point) 28.02.2014
सियासत में बुज़ुर्ग हो चुके लालकृष्ण आडवाणी के लिए वाकई यह एक भावनात्मक मौक़ा था क्योंकि इस समारोह में रसूखदारों का मजमा था और दूल्हा थे लालकृष्ण आडवाणी. माहौल सचमुच अद्भुद था. दैनिक जागरण ने 23 फरवरी को लिखा- भाजपा के ‘पितामह’ कहे जाने वाले आडवाणी (87) की शादी को रविवार को पचास साल पूरे हो गए. इस दिन को यादगार बनाने के लिए उनके सरकारी आवास पर एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. दूल्हा बने आडवाणी ने अपनी पत्नी कमला को पारंपरिक तरीके से वरमाला पहना कर पचास साल पुरानी यादों को ताजा कर दिया.
वेबसाईट प्रेस नोट ने लिखा- राजनीति की चकाचौंध से दूरी बनाकर चल रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के सरकारी निवास पर रविवार को खास तरह की रौनक दिखी. नई दुनिया ने लिखा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी भी इस खास मौके के गवाह बने. पीएम मोदी ने उन्हें सालगिरह की बधाई दी. पीएम और उप राष्ट्रपति के अलावा दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग समेत उत्तर प्रदेश, राजस्थान, नगालैंड समेत दूसरे कुछ राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों ने वहां पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. प्रभात खबर ने लिखा- उनकी शादी की स्वर्णजयंती पर शुभकामना देने के लिए उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई राज्यपाल और भाजपा नेताओं सहित कई अन्य लोग भी मौजूद थे. 87 वर्षीय आडवाणी ने अपनी शादी की यादों को तरोताजा किया. उनकी बेटी प्रतिभा ने इस मौके पर अपने माता पिता के स्वर्णिम बरसों की तस्वीरों का एक कलात्मक संग्रह भी तैयार किया. दिल्ली के उपराज्यपाल और उत्तर प्रदेश, राजस्थान और नगालैंड के राज्यपाल, कुछ मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्री प्रफुल्ल पटेल तथा राजीव शुक्ला एवं अमर सिंह भी इस मौके पर मौजूद थे. विधु विनोद चोपडा, अनु मलिक और गुलशन ग्रोवर जैसी कुछ बॉलीवुड शख्सियत ने भी समारोह में हिस्सा लिया.
ऐसा नहीं है कि यहाँ केवल संतों और राजनेताओं का जमावड़ा था बल्कि विभिन्न क्षेत्रो की तमाम नामचीन हस्तियाँ यहाँ मौजूद थीं. लालकृष्ण आडवाणी का फिल्म प्रेम जगजाहिर है. उनके इन ख़ास पलों और खूबसूरत बनाने के लिए बॉलीवुड सितारों का भी यहाँ जमघट लगा था. बॉलीवुड से विधु विनोद चोपड़ा, अन्नू कपूर, गुलशन ग्रोवर अनिल कपूर, अनु मलिक, शत्रुघ्न सिन्हा सहित कई लोग मौजूद थे. हालांकि लालकृष्ण आडवाणी के इन ख़ास पलों को चैनलों और अखबारों में वो जगह नहीं मिल पायी, जितनी मिलनी चाहिए थी.