Lalu Prasad Yadav RJD

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FLOP *** (News Rating Point) 06.06.2015
यह सुनना बड़ा दिलचस्प है कि इस सप्ताह बिहार में सीएम नीतीश कुमार, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और लालू प्रसाद यादव के खबरों में छाये रहने की सबसे बड़ी वजह थी कि नितीश और मांझी मुख्यमंत्री आवास में लगे आम, लीची और कटहल के लिए लड़ रहे थे और लालू ने फलों पर दावा करते हुए ये कह दिया कि आम और लीची के पेड़ उन्होंने लगवाये थे. सीएम आवास में रह रहे मांझी ने दावा किया है कि नीतीश ने उनके परिसर में लगे फलों को तोड़ने पर रोक लगा दी. पत्रकारों ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार से पूछ लिया तो उन्होंने कहा कि मांझी जो फल खायेंगे, उसका पैसा वो अपने वेतन से रिम्बर्स कर देंगे जबकि लालू ने फलों पर दावा करते हुए ये कह दिया कि आम और लीची के पेड़ उन्होंने लगवाये थे. सियासत में नेताओं का इससे सतही स्तर किस विषय को लेकर हो सकता है. इसके साथ ही इस सप्ताह बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद यादव का दांव कमज़ोर होता नज़र आया. कल तक जदयू के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन पर कई शर्तें रख पेंच फंसाने वाले राजद प्रमुख ने दबाव में नज़र आये. दरअसल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बाद सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी राजद और जदयू के बीच गठबंधन न होने की स्थिति में नीतीश की अगुवाई में चुनाव लड़ने का साफ संदेश दे दिया. सोनिया से मुलाकात के बाद बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने भी खुल कर कहा कि पार्टी चुनाव में नीतीश का दामन थामेगी. लगे हाथ बिहार के वरिष्ठ नेता शकील अहमद ने भी इसकी सार्वजनिक पुष्टि कर दी, जबकि नीतीश ने भी लालू पर दबाव बढ़ाते हुए कांग्रेस के साथ हर हाल में गठबंधन करने की घोषणा कर दी. कांग्रेस का खुलकर नीतीश के पक्ष में खड़ा होने से अब राजद सुप्रीमो के सामने जदयू पर दबाव बनाने का कोई विकल्प नहीं बचा है. जबकि इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साथ मंच साझा नहीं किया. हालांकि पटना के गांधी मैदान में शनिवार को आयोजित निषाद महारैली में पहुंचकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने दोनों दलों में एकता दिखाने का प्रयास जरूर किया.

(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)

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