चिट्ठी और योगी से मुलाकात भारी पड़ गई रामगोपाल यादव को

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नितिन श्रीवास्तव
लखनऊ। कहा जाता है कि सियासत में एक-एक कदम सोच समझकर रखना चाहिए। समाजवादी पार्टी के महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव सोमवार देर शाम सीएम योगी आदित्यनाथ के पास गए तो थे, अपने लोगों के खिलाफ दर्ज हो रहे आपराधिक मामलों में बचाने की खातिर…. लेकिन वह चौतरफा विवादों में फंस गए। उन पर सबसे भारी तो शिवपाल यादव का हमला पड़ा।
हुआ यूं कि राम गोपाल यादव ने मुख्यमंत्री आवास पहुंच कर सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। साथ ही एक पत्र भी उनको सौंपा। इसमें एटा के सपा नेता रामेश्वर सिंह यादव और जुगेंद्र सिंह यादव पर की जा रही कार्रवाई का उल्लेख था। एटा के दोनों नेताओं की पार्टी महासचिव से रिश्तेदारी है।
रामेश्वर सिंह यादव अलीगंज से विधायक तो उनके छोटे भाई जुगेंद्र सिंह यादव जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। दोनों ही जिले में सपा के कद्दावर नेता रहे हैं। 2017 में बनी भाजपा की सरकार में इन पर कोई विशेष कार्रवाई नहीं हो सकी थी, लेकिन 2022 में सरकार दोबारा बनते ही ये निशाने पर थे। दोनों पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।

गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा है दर्ज
सबसे बड़ी कार्रवाई 14 अप्रैल को करते हुए दोनों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया गया। इसमें जिलाधिकारी ने दोनों की सभी चल-अचल संपत्तियां जब्त करने का आदेश जारी किया। इसके तहत उनकी करोड़ों रुपये की संपत्तियां न सिर्फ एटा बल्कि कानपुर तक में जब्त की जा चुकी हैं। अन्य जिलों में भी संपत्तियां खंगाली जा रही हैं।
रामेश्वर सिंह यादव को पुलिस आगरा से गिरफ्तार कर चुकी है, जो जेल में निरुद्ध हैं। जबकि जुगेंद्र सिंह यादव को उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी पर स्टे मिला हुआ है।
सपा नेता रामगोपाल यादव ने रामेश्वर, जुगेंद्र और उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा यादव सहित उनके सभी परिवारीजन पर लगाए गए मुकदमों को झूठा बताया। सीबीआई या एसआईटी से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।

सोशल मीडिया पर पत्र वायरल
सोशल मीडिया पर प्रो. रामगोपाल के लेटर पेड और हस्ताक्षर का एक पत्र भी मंगलवार को वायरल हुआ है। इसमें यह भी लिखा गया है कि एटा के डीएम और एसएसपी के निर्देशन में पुलिस पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह को किसी न किसी तरह गिरफ्तार करने पर आमादा है। ऐसी आशंका है कि उनसे व्यक्तिगत रंजिश मानने वाले कुछ लोगों के इशारे पर एटा पुलिस जुगेंद्र सिंह की हत्या करा सकती है।

शिवपाल का घातक ट्वीट
सोशल मीडिया पर रामगोपाल को लेकर चल रही चर्चा और विस्तृत हो गई जब प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अब रामगोपाल यादव की चिट्‌ठी को जारी कर करारा निशाना साधा।

उनके हमले में उन विधायकों का जिक्र है, जिनके खिलाफ इसी प्रकार की कार्रवाई हुई। नाहिद हसन, शहजिल इस्लाम के खिलाफ कड़ा ऐक्शन हुआ है। शहजिल इस्लाम के ठिकानों पर बुलडोजर भी चला। आजम खान तो 27 माह बाद जेल से बाहर निकल पाए। अब इन मामलों को लेकर शिवपाल ने अपने पक्ष में माहौल बनाना शुरू किया है। अल्पसंख्यक विधायकों के प्रति इस प्रकार से मामला न उठाए जाने पर उन्होंने पार्टी को घेर लिया है। ज़ाहिर है मुस्लिम नेताओं का उल्लेख न होने के चलते शिवपाल यादव इसको मुद्दा बना रहे हैं।

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