FLOP ** (News Rating Point) 16.05.2015
इस सप्ताह मेनका गांधी मीडिया के निशाने पर रहीं. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी पर पीलीभीत की माला रेंज की गढ़ा चौक पोस्ट पर तैनात निकासी मुंशी पर थप्पड़ मारने का आरोप लगा. इस खबर को टीवी चैनलों और अखबारों ने प्रमुखता से दिखाया. अमर उजाला ने लिखा कि मुंशी का कहना है कि मंत्री का काफिला उधर से गुजरा तो उन्होंने उससे जंगल में लगी आग का कारण पूछा. आग नहीं लगी होने की बात कहते ही उन्होंने बहस करने की बात कहते हुए थप्पड़ जड़ दिया. यही नहीं उसके पेट पर लात से मारा. मुंशी रूपलाल ने गजरौला थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया. अफसर इस मामले में कुछ भी कहने से बचते रहे.रविवार सुबह मेनका गांधी ने गढ़ा चेक पोस्ट पर वन कर्मियों को जंगल में आग जलाते हुए देखा. उन्होंने वहां मौजूद डिप्टी रेंजर महेश चंद से आग का कारण पूछा था. दैनिक जागरण ने लिखा कि मेनका के थप्पड़ की पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस महानिरीक्षक नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी पर सरकारी कार्य में व्यवधान, मारपीट, धमकी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. आइजी ने पीलीभीत के एसपी, डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को पत्र भेजकर उनके कृत्य को संज्ञेय अपराध बताते हुए कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. हालांकि बाद में वनकर्मी ने तहरीर रद्द करने के लिए प्रार्थनापत्र दिया. अखबारों ने लिखा कि मारपीट का आरोप लगाने वाले वनकर्मी ने फोन पर उनसे बात करने के बाद थाना गजरौला में उनके खिलाफ रिपोर्ट लिखाने के लिए दी गई तहरीर रद्द करने की अर्जी दी है. इसमें उसने कहा है कि इस मामले में वह अब कोई कार्रवाई नहीं चाहता.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)