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HIT * (News Rating Point) 06.02.2016
केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री मेनका गांधी लिंग परीक्षण के अपने सुझाव की वजह से इस सप्ताह चर्चा में आयीं. उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला को बच्चे के जन्म से पहले ही उसका लिंग बता दिया जाए ताकि उसके बाद उस गर्भवती महिला की मॉनिटरिंग हो. उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला को उसी समय बच्चे का लिंग जांच करके बता दिया जाए कि गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है या फिर लड़की. इसकी नियमित मॉनिटरिंग से बेटियों के गर्भ में ही मारे जाने की समस्या का समाधान हो जाएगा. मेनका का कहना है कि विकसित राज्यों में बेटियों को गर्भ में ज्यादा मारा जाता है, पिछड़े राज्यों में लड़का पैदा हो या लड़की इसकी परवाह नहीं की जाती. मेनका गांधी रविवार को जयपुर में दो दिवसीय ऑल इंडिया एडिटर्स कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में मीडिया से बातचीत कर रही थीं. लेकिन जहां एक तरह मेनका के इस सुझाव का समर्थन हुआ तो जबरदस्त विरोध भी हुआ. विवाद बढ़ता देख मेनक गांधी को सफाई देनी पड़ी. मेनका गांधी ने कहा कि उन्होंने लिंग जांच पर रोक लगाने वाले कानून को खत्म करने की बात नहीं कही थी बल्कि कोख में पल भ्रूण का लिंग पताकर उसे दर्ज करने को कहा था ताकि बेटियों को बचाया जा सके.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
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