Mayawati BSP

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HIT ** (News Rating Point) 04.04.2015

बसपा सुप्रीमो मायावती उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी को मजबूत करने की कवायद के चलते इस सप्ताह सबसे ज़्यादा चर्चा में रहीं. उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी सभी लोकसभा कमेटियां भंग कर दीं. साथ ही केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोला. लेकिन मायावती के विरोधियों का एक नयी पार्टी गठन की कवायद ने उनकी रेटिंग को नुकसान पहुँचाया.

यूपी के विधानसभा चुनाव का रण जीतने के लिए बीएसपी प्रमुख मायावती ने गुरुवार को संगठन के पेंच कसे. उन्होंने विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए सभी लोकसभा कमेटियों को भंग करने का ऐलान किया. बैठक के दौरान उन्होंने मीरजापुर मंडल के को-ऑर्डिनेटर दीप चंद भारती को हटाने की घोषणा भी की. बैठक को संबोधित करते हुए मायावती ने केन्द्र की बीजेपी व सपा सरकार पर जमकर हमला बोला. 15 अप्रैल को मायावती पार्टी पदाधिकारियों के साथ एक और बैठक करेंगी. -​ नवभारत टाइम्स

उन्होंने उत्तर प्रदेश में बीएसपी के लोकसभा की सभी कमेटियां भंग कीं. मायावती ने लोकसभा के सभी संयोजकों को भी हटा दिया है. माना जा रहा है कि अब बसपा में युवाओं और नए चेहरों को तरजीह मिलेगी. सूत्रों के अनुसार बैठक में काफी तल्ख तेवर में लग रही बसपा सुप्रीमो ने छह मंडल को-ऑर्डिनेटर को पार्टी से निकाल दिया है. इसके अलावा अतर सिंह राव मंडल को-ऑर्डिनेटर पद से हटाया है. -​ दैनिक जागरण

Bahujan Samaj Party president and former Uttar Pradesh Chief Minister Mayawati slammed the Samajwadi Party Government on the law and order and crime situation in the State. She asserted that maintenance of law and order was never a priority for the Government. She further said the Government’s concern for development was “limited to Saifai, Etawah and Kannauj”. “Whatever little has been done in the name of development, those efforts have been discriminatory,” Ms. Mayawati said. ​The Hindu

​BSP supremo Mayawati on Thursday lamented about “double troubles” faced by people of the state due to the wrong policies of the Central and state governments. ​ IBN​

​Bahujan Samaj Party (BSP) chief Mayawati on Thursday asked her cadre to fan out in the state and spread the word among the UP farmers about the negative consequences of the new land acquisition ordinance re-promulgated by the Narendra Modi government at the Centre. The Times of India​

​मोदी सरकार पर अच्छे दिन लाने के वादे को पूरा न कर पाने का आरोप लगाते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता केन्द्र और राज्य सरकारों की गलत नीतियों के कारण दोहरी मार झेल रही है. मायावती ने यहां पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छे दिन लाने के वायदे करने वाली सरकार लोगों को रूलाने पर तुली हुई लगती है. ज़ी संगम

​दिल्ली में आम आदमी पार्टी में तो आंतरिक कलह का दौर जारी है, यहां यूपी में भी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को अब उसके ही पुराने साथी कमजोर करने की फिराक में लग गए हैं. बसपा के संस्थापक कांशीराम के परिवार वाले और मायावती के विरोधी 2017 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नयी पार्टी बनाने की तरफ कदम बढा रहे हैं. काफी समय से मायावती के विरोध में बहुजन संघर्ष पार्टी (कांशीराम) चला रहे कांशीराम के छोटे भाई दलबारा सिंह को अब अपने भाई के करीबी रहे उन नेताओं का साथ मिल गया है जिन्हें मायावती ने हाल में पार्टी से निकाला था. प्रभात खबर

​उत्तर प्रदेश में दलित राजनीति का एक नया केन्द्र बनाने के मंसूबे के तहत बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती से नाराजगी के कारण अलग हुए या निकाले गये पुराने नेता तथा मायावती के सरपरस्त रहे बसपा संस्थापक कांशीराम के परिजन साल 2017 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले एक नयी पार्टी बनाने की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं. ज़ी न्यूज़

​काफी समय से मायावती के विरोध में बहुजन संघर्ष पार्टी (कांशीराम) चला रहे कांशीराम के छोटे भाई दलबारा सिंह को अब अपने भाई के करीबी रहे उन नेताओं का साथ मिल गया है जिन्हें मायावती ने हाल में पार्टी से निकाला था. हिंदुस्तान ​

​बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को अब उसके ही पुराने साथी कमजोर करने की फिराक में लग गए हैं. बसपा के संस्थापक कांशी राम के परिवार वाले और मायावती के विरोधी 2017 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बसपा के विरूद्ध एक विकल्प के रूप में उभरते नजर आ रहे हैं. -​ दैनिक जागरण

​मोदी सरकार पर अच्छे दिन लाने के वादे को पूरा न कर पाने का आरोप लगाते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता केन्द्र और राज्य सरकारों की गलत नीतियों के कारण दोहरी मार झेल रही है. मायावती ने यहां पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छे दिन लाने के वायदे करने वाली सरकार लोगों को रूलाने पर तुली हुई लगती है. देशबंधु

यूपी के विधानसभा चुनाव का रण जीतने के लिए बीएसपी प्रमुख मायावती ने अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए मायावती ने सर्वजन के साथ एक और नया प्रयोग शुरू किया है. नया प्रयोग किसानों को लेकर है. मायावती ने साफ निर्देश दिया है कि कार्यकर्ता गांव-गांव, बूथ-बूथ जाएं और केन्द्र सरकार के नए भू अधिग्रहण बिल की कमियों के बारे में बताएं. मायावती ने ये भी निर्देश दिया है कि कार्यकर्ता किसानों को बताएं कि बीएसपी की जब यूपी में सरकार थी तो किस तरह किसानों को ध्यान में रखते हुए भू अधिग्रहण बिल बनाया गया था. किसानों को बीएसपी के समय हुए अधिग्रहण से किस तरह का लाभ हुआ था. नवभारत टाइम्स

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