एनआरपी डेस्क
लखनऊ: न कोई प्रोटोकाल, न भीड़ और न कोई व्यवस्था। कोई जान भी नहीं पाया कि प्रदेश सरकार का मंत्री कूड़ा गाड़ी में बैठकर शहर में घूम रहा है। यह कोई पब्लिसिटी स्टंट नहीं था, बल्कि जापान की गेंबा वॉक की तर्ज पर किया जा रहा प्रयोग था। इसके माध्यम से देखा गया कि स्वच्छता अभियान के प्रति लोग कितने जागरूक हैं। यह भी देखा गया कि डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाले किस तरह से काम करते हैं। प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने रविवार को जापान की गेंबा वॉक पद्धति के आधार पर शहर की कूड़ा गाड़ी में भ्रमण किया। इस दौरान वह मास्क लगाए रहे, जिससे लोग उन्हें पहचान न सकें। मोहल्लों में जाकर उन्होंने नागरिकों से बात की और कूड़ा उठाने वाले कर्मयोगियों के कार्य व्यवहार की समीक्षा की।
इसके बाद में उसके वीडियो के साथ अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर साझा किया। मंत्री ने बताया कि जापान में एक मैनेजमेंट प्रक्रिया विकसित की गई है, जिसे गेंबा वॉक कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि ऐसे लोग जो मैनेजमेंट में हैं। फैक्टरी फ्लोर पर जाकर कामगारों के साथ खड़े होते हैं, बातचीत करते हैं और सुधार के रास्ते खोलते हैं। उन्होंने पुलिस की नौकरी में कई बार ऐसा करके देखा है। गेंबा वॉक की मदद से व्यवस्था को समझा कई दिनों के प्रशिक्षण की तुलना में दो घंटे में समस्याओं और उनके उपाय का बोध हो गया। इसी उद्देश्य के लिए उन्होंने इत्रनगरी में कूड़ा उठाने वाले कर्मयोगियों के काम को गेंबा वॉक की मदद से गंभीरता और गहराई से समझा। गौतम और विकास के साथ पहचान छिपाकर सुबह की शिफ्ट में मोहल्ले में घूम कर अध्ययन किया, जिससे आनंद की भी अनुभूति हुई।
उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी के आईपीएस बेटे और अब वर्तमान में मंत्री असीम अरुण द्वारा नीली बत्ती गाड़ी में ना बैठकर कूड़े वाली गाड़ी में बैठने से उनकी रेटिंग में काफी इज़ाफ़ा हुआ है. मंत्री महोदय की इस लोक लुभावन शैली लोगों में खूब चर्चा का विषय बनी है. यही वजह है कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया और वेब मीडिया ने मंत्री जी द्वारा कूड़ा गाड़ी में बैठकर व्यवस्था समझाने पर अच्छी कवरेज दी है. अमर उजाला लिखता है की कूड़ा गाड़ी में बैठकर घूमें मंत्री, डोर टू डोर व्यवस्था परखी, जबकि न्यूज़ 18 हिंदी लिखता है कि गाड़ी में बैठे मंत्री जी, घूमे गली गली. इसके अलावा आज तक लिखता है कि कूड़े गाड़ी में बैठकर गली-गली घूमे यूपी के मंत्री, पत्रिका न्यूज़ लिखता है की गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल कूड़ा गाड़ी में बैठकर कन्नौज में डोर टू डोर घूमे मंत्री. इंडिया टीवी लिखता है कि कचरे वाली गाड़ी में बैठकर घर-घर पहुंचे यूपी सरकार के मंत्री, खुद बताया क्यों किया ऐसा काम. वही दैनिक जागरण लिखता है कि मास्क पहनकर कूड़ा गाड़ी पर बैठे मंत्री असीम अरुण, बोल भीड़ से बचने को पहचान छुपाई जमीन पर उतरकर ही सच्चाई जानी. वही एबीपी न्यूज़ लिखता है कि मंत्री असीम अरुण ने गेम्बा वॉक की तरह किया कन्नौज का दौरा सफाई कर्मियों के साथ. इस तरह की मिली कवरेज से न सिर्फ मंत्री असीम अरुण के नाम की चर्चा जोरों पर है बल्कि पहले आईपीएस और अब समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण की रेटिंग में जबरदस्त इजाफा हुआ है.