HIT **** (News Rating Point) 23.05.2015
केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी इस सप्ताह आचार संहिता उल्लंघन के एक मामले में ऊपरी अदालत से बरी होने के चलते चर्चा में रहे. साथ ही आजतक के एक कार्यक्रम में उनका बयान ‘यदि कोई बीफ का मीट खाए बिना मर रहा है, तो वह पाकिस्तान या अरब देश चला जाएं. उनकी इस देश में कोई जगह नहीं है. हिन्दुस्तान में गाय का मीट नहीं मिलेगा.’, चर्चित हुआ. इसका समर्थन भी खूब हुआ और आलोचना भी खूब. अखबारों ने लिखा कि जिला जज ने आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में शनिवार को मुख्तार अब्बास नकवी को राहत देते हुए अवर न्यायालय के आदेश को रद्द कर उन्हें बरी कर दिया. मामले में 14 जनवरी को अवर न्यायालय की ओर से नकवी समेत 19 भाजपाइयों को एक-एक वर्ष की सजा और चार-चार हजार जुर्माने की सजा सुनाई थी. फैसले के खिलाफ नकवी ने जिला जज की अदालत में अपील की थी. बाकी 18 लोगों के मामले की सुनवाई 20 मई को होगी. 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान 24 अप्रैल को तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी मुख्तार अब्बास नकवी का प्रचार वाहन पुलिस ने जब्त कर लिया था. इसके विरोध में भाजपाइयों ने पटवाई थाने के सामने जाम लगाकर प्रदर्शन किया था. मामले में दरोगा ने नकवी समेत 23 भाजपाइयों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था. आजतक के कार्यक्रम मंथन के 12वें सत्र में संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिस्सा लिया. महाराष्ट्र में बीफ बैन के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिसे गाय का मीट खाना हो, वह पाकिस्तान या अरब देशों में चला जाए. AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि महाराष्ट्र में बीफ बैन कर दिया गया. इससे करीब पांच लाख मुस्लिम प्रभावित हुए हैं. इस पर नकवी ने कहा कि यह एक श्रद्धा और विश्वास का मामला है. उन्होंने कहा, ‘यदि कोई बीफ का मीट खाए बिना मर रहा है, तो वह पाकिस्तान या अरब देश चला जाएं. उनकी इस देश में कोई जगह नहीं है. हिन्दुस्तान में गाय का मीट नहीं मिलेगा.’ इस पर ओवैसी ने कहा कि गोवा के सीएम बीफ खाते हैं, क्या उनको पाकिस्तान भेज दिया जाए?
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)