एनआरपी डेस्क।
लखनऊ। लखनऊ नगर निगम में नित अजीबोगरीब कारनामे स्रामने आते रहते हैं। काम होने के बाद टेंडर होना तो आम बात हो गई है। पिछले दिनों इस्माइलगंज में टेंडर से पूर्व पांथ सड़कें बनाने के मामले में विभाग की किरकिरी हो चुकी है। अब सर्दी से बचाने के लिए जनवरी के अंतिम सातवा में टेंडर आमंत्रित कर नगर निगम की टीम फिर जांघ में फंस गई है।
इसमें अलाव की लकड़ी खरीदने के साथ ही ठंड से बचाव के लिए रैन बसेरा बनाया जाना है। यह टेंडर जांच के घेरे में आ गया है कि शीत ऋतु बीतने के बाद इस तरह के टेंडर कराने का औचित्य क्या है? नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंथा के निर्देश पर गठित जांच कमेटी ने भी यही सवाल किया है कि क्या शीत ऋतु के बाद ठंड से बचाव के इंतजाम किए जाने हैं। आठ सदस्यीय जांच कमेटी में चारों अपर नगर आयुकों को शामिल किय गया है।