वाराणसी। बनारस के पुरातन स्वरूप को कायम रखते हुए तेजी से हो रहे बदलाव से पर्यटकों को तस्वीर काफी कुछ बदली दिखने लगी है। अर्धचंद्राकार घाटों के कायाकल्प के साथ अंतिम छोर पर नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में नमो घाट (खिड़किया घाट) बनकर तैयार हो गया है। हाईटेक सुविधाओं वाले इस घाट पर सूर्य का अभिवादन और मां गंगा को प्रणाम करते मेटल के बने नमस्ते वाले स्कल्पचर पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। नवभारत टाइम्स ने इस घाट को लेकर एक अच्छी खबर लिखी है।
नमो घाट यानी खिड़किया घाट बन रहा है आकर्षण का केंद्र, एनबीटी की खबर…. https://t.co/mnUM1Kft8P pic.twitter.com/T2fozsGw3v
— News Rating Point (@newsratingpoint) June 18, 2022
इस घाट पर हेलिकॉप्टर भी उतर सकेंगे। इसी के गुजरात के रिवर फ्रंट की तर्ज पर गंगा पर रेती में नया पर्यटन केंद्र विकसित करने, ऋषिकेष की तरह विश्वनाथ धाम के लिए झूला पूल और अस्सी से रविदास घाट तक गंगा दर्शन गैलरी बनाने का काम जल्द शुरू होने वाला है।
इन्क्रेडिबल इंडिया (अतुल्य भारत) के पन्नों में जगह बनाने वाले देव दीपावली के अनूठे उत्सव में वर्ष 2020 में पहली बार शामिल हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने खिड़किया घाट से ही गंगा किनारे ‘देवलोक’ सा नजारा देखा था। इसी के साथ ही खिड़किया घाट तैयार की पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाओं बालाघाट बनाने का प्लान तैयार कर उसे अमली जामा पहनाने के पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि गावियन और रेंटेशन वॉल से करीब 21000 स्क्वॉयर फीट में ₹34 करोड़ की लागत से तैयार किया गया खिड़किया घाट आधा किलोमीटर लंबा है। देखने में यह काशी के पुराने घाटों की तरह है और बाद में सुरक्षित रहेगा। दूसरे चरण में कुछ बाकी काम पूरे करेंगे। प्रधानमंत्री के हाथों इसका लोकार्पण कराने की तैयारी है। इससे पहले इस घाट पर सामूहिक योगाभ्यास का कार्यक्रम इन दिनों चल रहा है।