खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री नारद राय उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल से बर्खास्त होनी की वजह से इस सप्ताह चर्चा में रहे. अखबारों ने लिखा कि बलिया के कई कार्यकर्ताओं ने इनकी शिकायत की. खासतौर से नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष से इनकी अनबन ने तूल पकड़ा. राय का बेटा ठेकेदारी करता है. पूर्व चेयरमैन और मौजूदा चेयरमैन के प्रतिनिधि लक्ष्मण प्रसाद ने सपा मुखिया से शिकायत की थी कि मंत्री-पुत्र अधिकारियों पर दबाव बनाकर काम हथियाते हैं. विरोध करने पर उत्पीड़न होता है. काम भी ठीक से नहीं होता. लक्ष्मण प्रसाद, मंत्री के खिलाफ धरने पर भी बैठे थे. आरोप यह भी है कि राय के पुत्र से जुड़े एनजीओ ने स्थानीय चिकित्सालय में मरीजों को भोजन व दूध का सप्लाई भी ले ली थी. मंत्री के दबाव में अधिकारी चुप रहते थे. लोकसभा चुनाव में नीरज शेखर का सहयोग न करना भी इन्हें भारी पड़ा.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)