HIT ** (News Rating Point) 06.06.2015
नरेन्द्र मोदी का मीडिया मैनेजमेंट कहिये या खूबी कि उनकी रेटिंग के स्टार भले ही कम या ज्यादा होते रहते हों लेकिन रहते वो हिट सिग्मेंट में ही हैं. इस सप्ताह उनसे सवाल हुआ कि आपके विरोधी आप पर कॉरपोरेट समर्थक और गरीब और किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हैं. आपका क्या कहना है? तो उनका जवाब था- जिन्होंने देश के कीमती संसाधन जैसे कोयला और स्पेक्ट्रम अपने प्रिय उद्योगपतियों को दे दिए, उन्हें यह बात कहने का कोई हक नहीं है. हर कोई जानता है कि कांग्रेस के 60 सालों के शासन के बाद देश कहां पहुंचा है. वह केवल गरीबों के नाम पर अपनी राजनीति चमका रही है. कांग्रेस ने गरीबों के लिए क्या किया है. आपको उनसे पूछना चाहिए कि अगर कांग्रेस गरीबों की हमदर्द है तो देश में गरीबी क्यों है? इसके साथ ही भाजपा के खिलाफ लगातार हमलावर रुख अपनाती आ रही शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर प्रशंसा की. शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा कि 100 राहुल भी अगर आ जाएं, तो मोदी की महालहर के सामने टिक नहीं पाएंगे. इतना ही नहीं मोदी सरकार की एक साल की उपलब्धियां बताने के लिए भाजपा ने पहली बार उर्दू में पुस्तिका प्रकाशित की और इस काम को मीडिया में चर्चा मिली.इस सप्ताह मंगलवार को नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनका वैसी राजनीति में बिल्कुल भरोसा नहीं है जो लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने का काम करती है. एक मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि वह कभी भी सांप्रदायिक भाषा का इस्तेमाल नहीं करते. पीएम ने अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख इमाम उमेर अहमद इलियासी के नेतृत्व में 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुसलमानों की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति के बारे में चर्चा की.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)