HIT ** (News Rating Point) 21.03.2015
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सांसदों के एक गाँव गोद लेने की ड्रीम प्रोजेक्ट पर हमला करने के चलती समाजवादी नेता नरेश अग्रवाल चर्चा में आये. नरेश अग्रवाल ने इस अभियान के तहत गोद लिये गए गांव को छोड़ने की घोषणा की और इस कदम के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
प्रधानमंत्री के निर्देश पर देश के सभी सांसदों की ओर से एक गांव गोद लेने के अभियान को भविष्य में तगड़ा झटका लग सकता है. समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने इस अभियान के तहत गोद लिये गए गांव को छोड़ने की घोषणा कर दी है. और इस कदम के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. राज्यसभा में की इसकी घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गांव गोद लेने का निर्देश तो दे दिया लेकिन इसके विकास की नीति अबतक तैयार नहीं हुई है. ऐसे में सांसद कौन सी नीति को अपनाकर गोद लिये गए गांव का विकास करें यह सूझ नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि वे विरोध जताते हुए गोद लिये गए गांव को छोड़ने का लिया निर्णय ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि केवल एक गांव को गोद लेने से समूचे संसदीय क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता है. इसलिए सरकार को सभी गांवों के विकास के लिए योजना तैयार करना चाहिए.
– अमर उजाला
संसदीय क्षेत्र के सिर्फ एक गांव को गोद लेना भारी पड़ने लगा है. इस चुने हुए गांव के विकास के लिए भी सरकार की कोई योजना नहीं है, जिससे विकास कार्य कराना संभव नहीं हो पा रहा है. दूसरी ओर सरकार की इस कार्य प्रणाली का खामियाजा सांसदों को उठाना पड़ रहा है. बाकी गांवों के लोग एक गांव के चयन पर सांसदों से नाराज हैं. राज्यसभा में यह मसला उठाते हुए सपा नेता नरेश अग्रवाल ने गोद लिए गांव को छोड़ने का एलान कर डाला.
– दैनिक जागरण
राज्यसभा में यह मसला उठाते हुए सपा नेता नरेश अग्रवाल ने गोद लिए गांव को छोड़ने का एलान कर डाला। सदन में शून्यकाल के दौरान समाजवादी पार्टी के सदस्य नरेश अग्रवाल ने सांसद आदर्श ग्र्राम योजना पर सरकार की योजना के लिए स्पष्ट नीति न होने का आरोप लगाया.
– नई दुनिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुरू की गयी सांसद ग्राम आदर्श योजना का मुद्दा राज्यसभा में सपा के एक सदस्य ने उठाया. सपा सदस्य ने मांग की कि इस योजना के कार्यान्वयन के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए जाने चाहिए अन्यथा यह योजना वापस ले ली चाहिए.
–सहारा समय
On Tuesday Opposition parties in the Rajya Sabha extended their support to Samajwadi Party member Naresh Agarwal’s proposal to scrap scheme as there are no clear guidelines on how to develop the model villages and no clarity on the source of funding.
– The Hindu
Raising the issue during Zero Hour, Naresh Agrawal said that MPs will find it difficult to visit their Parliamentary constituencies in next elections as while on one hand they are facing questions for adopting just one village in their area, there is no clear guideline.
– Economic Times
In his zero-hour mention today, Rajya Sabha member Naresh Agarwal said he was giving up the adopted village because there was little clarity on the scheme and demanded that it be withdrawn.
– Calcutta Telegraph