FLOP ** (News Rating Point) 09.05.2015
इस सप्ताह अपनी बागवानी के तरीके की चर्चा की वजह से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी चर्चा में रहे. साथ ही राज्यसभा में शुक्रवार को उनके इस्तीफे की मांग के चलते लोकसभा में हंगामा रहा. अखबारों ने लिखा कि अपनी बागवानी के रहस्य का खुलासा करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि वह दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास पर पौधे की सिंचाई के लिए खुद के मूत्र का इस्तेमाल करते हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया कि मूत्र की सिंचाई वाले पौधे में सामान्य पानी की सिंचाई वाले पौधों की तुलना में डेढ़ गुना वृद्धि हुई. गडकरी का यह सुझाव ट्विटर पर भी चर्चा में रहा. महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि मैंने दिल्ली में एक प्रयोग करना शुरू किया. मैंने दिल्ली स्थित अपने आधिकारिक आवास पर एक 50 लीटर के कैन में खुद के मूत्र को एकत्र करना शुरू किया. उन्होंने कहा कि यह काफी बड़ा बंगला है और पहले यह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम पर आवंटित था. उन्होंने इसका वैज्ञानिक कारण बताते हुए कहा कि मानव के मूत्र में पर्याप्त मात्रा में यूरिया और नाइट्रोजन कंपाउंड्स होते हैं और यह खाद का एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है. गडकरी ने कहा कि उन्होंने अपने माली को एक पेड़ पर मूत्र और दूसरों पर सामान्य पानी इस्तेमाल करने का निर्देश दिया. जिन पौधों की मूत्र से सिंचाई की गई, उनकी वृद्धि सामान्य पानी की सिंचाई वाले पौधों की तुलना में डेढ़ गुना अधिक हुई. गडकरी का मूत्र सिंचाई का सुझाव ट्विटर पर हैशटैगगडकरीलीक्स से चर्चा में रहा. इसके अलावा राज्यसभा में शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा मचा. हंगामे की वजह से दो बार राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. कैग रिपोर्ट में नितिन गडकरी की कंपनी पर सवालिया निशान लगाने के बाद विपक्ष लगातार केंद्रीय मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहा है.
इस सप्ताह अपनी बागवानी के तरीके की चर्चा की वजह से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी चर्चा में रहे. साथ ही राज्यसभा में शुक्रवार को उनके इस्तीफे की मांग के चलते लोकसभा में हंगामा रहा. अखबारों ने लिखा कि अपनी बागवानी के रहस्य का खुलासा करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि वह दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास पर पौधे की सिंचाई के लिए खुद के मूत्र का इस्तेमाल करते हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया कि मूत्र की सिंचाई वाले पौधे में सामान्य पानी की सिंचाई वाले पौधों की तुलना में डेढ़ गुना वृद्धि हुई. गडकरी का यह सुझाव ट्विटर पर भी चर्चा में रहा. महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि मैंने दिल्ली में एक प्रयोग करना शुरू किया. मैंने दिल्ली स्थित अपने आधिकारिक आवास पर एक 50 लीटर के कैन में खुद के मूत्र को एकत्र करना शुरू किया. उन्होंने कहा कि यह काफी बड़ा बंगला है और पहले यह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम पर आवंटित था. उन्होंने इसका वैज्ञानिक कारण बताते हुए कहा कि मानव के मूत्र में पर्याप्त मात्रा में यूरिया और नाइट्रोजन कंपाउंड्स होते हैं और यह खाद का एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है. गडकरी ने कहा कि उन्होंने अपने माली को एक पेड़ पर मूत्र और दूसरों पर सामान्य पानी इस्तेमाल करने का निर्देश दिया. जिन पौधों की मूत्र से सिंचाई की गई, उनकी वृद्धि सामान्य पानी की सिंचाई वाले पौधों की तुलना में डेढ़ गुना अधिक हुई. गडकरी का मूत्र सिंचाई का सुझाव ट्विटर पर हैशटैगगडकरीलीक्स से चर्चा में रहा. इसके अलावा राज्यसभा में शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा मचा. हंगामे की वजह से दो बार राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. कैग रिपोर्ट में नितिन गडकरी की कंपनी पर सवालिया निशान लगाने के बाद विपक्ष लगातार केंद्रीय मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहा है.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)