Panama Leaked

0

(News Rating Point) 05.04.2016
टैक्स बचाने के लिए विदेश में कंपनियां बनाकर धन छिपाने का अबतक का सबसे बड़ा खुलासा सोमवार को हुआ है। दुनियाभर के प्रमुख लोगों के साथ करीब 500 भारतीयों ने भी टैक्स के लिए स्वर्ग कहे जाने वाले देशों में दौलत जमा कर रखी है। इस खुलासे पर सख्ती दिखाते हुए केंद्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी है।
करोड़ों दस्तावेज लीक
पनामा की लॉ फर्म मोसेक फोंसेका के 1.15 करोड़ दस्तावेज लीक होने से यह सच्चाई सामने आई है। इनमें बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, उनकी बहू ऐश्वर्या राय बच्चन, डीएलफ के प्रमोटर केपी सिंह, इंडिया बुल्स के समीर गहलोत और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे जैसी मशूहर हस्तियां शामिल हैं।
खुलासे के मायने
लीक दस्तावेज बताते हैं कि दुनिया भर के सैकड़ों नामचीन लोगों ने विदेशों में शैडो कंपनियां, ट्रस्ट और कॉरपोरेशन बनाए। इन देशों में इसलिए निवेश किया क्योंकि यहां नियम काफी आसान हैं। यहां धन लगाने वालों की पहचान का खुलासा नहीं किया जाता। इन दस्तावेजों में खासतौर पर पनामा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड और बहामास में छिपाए गए धन की जानकारी है। अकेले पनामा में ही करीब 3.50 लाख से ज्यादा गुप्त अंतरराष्ट्रीय बिजनेस कंपनियां हैं।
कैसे पर्दाफाश हुआ
जिस कंपनी के दस्तावेज लीक हुए हैं उसका नाम मोसेक फोंसेका है। इसका हेडक्वार्टर पनामा में है। कंपनी के 35 देशों में दफ्तर हैं। जर्मनी के अखबार सिदोचे जाइतुन ने अपने एक सूत्र के जरिए मोसेक फोंसका के 1975 से लेकर 2015 तक के दस्तावेज हासिल किए। बाद में इन दस्तावेजों की जांच अंतरराष्ट्रीय खोजी पत्रकार संघ ने की। इस संघ में दुनियाभर के 100 से ज्यादा मीडिया संस्थानों के 370 पत्रकार हैं।
सबसे बड़ा लीक
लीक डाटा का साइज 2.6 टेराबाइट है। यह विकीलीक्स के जूलियन असांजे और सीआईए के पूर्व एजेंट एडवर्ड स्नोडेन के जारी किए गए डाटा से कई गुना ज्यादा है।
यूं किया गया खेल
लीगल फर्म मोसेक बड़े-बडे़ लोगों से मोटी फीस लेकर उन्हें आर्थिक मुद्दों पर सलाह देती है। लेकिन उसका मुख्य काम इन लोगों का पैसा ठिकाने लगाना है। यह फर्म गुप्त और आसान टैक्स वाले दशों में ऑफशोर कंपनिया बना देती है। ये ऐसी कंपनियां होती हैं जोकि संबंधित देशों के टैक्स नियमों से तो चलती हैं, लेकिन असली मालिक को छुपा देती हैं।
क्या कहा गया बिग बी के बारे में
अमिताभ बच्चन को 1995 में ABCL स्थापित करने से दो साल पूर्व चार शिपिंग कंपनी में बतौर डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। जांच में पाया गया कि ये कंपनियां टैक्स हैवन में रजिस्टर्ड थीं। बच्चन साहब इस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर थे जबकि अन्य निदेशक कॉरपोरेट और फाइनेंशियल सहयोग देते थे।
क्या कहा गया ऐश्वर्या राय के बारे में
अखबार के मुताबिक ऐश्वर्या, उनके पिता, मां और भाई को 14 मई 2005 को एमिक पार्टनर्स लिमिटेड का डायरेक्टर बनाया गया। इस कंपनी की शुरुआत 50 हजार डॉलर से हुई। मोस्साक फोंसेका के अनुसार पनामा की एक फर्म ने इस कंपनी को स्थापित करने में मदद की थी। उसके मुताबिक करीब तीन साल के लिए ऐश्वर्या राय इस कंपनी से जुड़ी हुई थीं। वह इस कंपनी की शेयर होल्डर थीं।
[su_button url=”http://www.livehindustan.com/news/national/article1-panama-papers-reveal-hidden-wealth-of-world-celebrities-amitabh-aishwarya-figure-in-list–524244.html” target=”blank” background=”#0f9aee” color=”#000000″ size=”4″ center=”yes” icon_color=”#ffffff” text_shadow=”0px 0px 0px #fdfcfc”]Details[/su_button]

दुनियाभर में हडकंप
पनामा पेपर्स लीक से विश्र्वभर में हड़कंप मचा है। करीब दो सौ देशों के क्लाइंट्स के नामों का खुलासा होने के बाद दिग्गजों की साख बचाने की कवायद भी शुरू हो गई है। चीन में राष्ट्रपति, पोलित ब्यूरो के आठ सदस्यों के नाम आने के बाद इस मामले की जांच करने वाली संस्था आईसीआईटी (इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इनवेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट) की साइट पर प्रतिबंध लगा दिया गया। अधिकृत तौर पर कोई प्रतिक्रिया जारी नहीं की गई। पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, रूस, न्यूजीलैंड, उक्रेन, ब्राजील, नार्वे, स्वीडन, ऑस्ट्रिया, फ्रांस व अन्य देशों की तरफ से भी सूची में शामिल नेताओं के बचाव के साथ जांच कार्य आरंभ करने की बात भी कही गई है।
[su_button url=”http://www.jagran.com/news/national-panama-leaked-documents-expose-how-worlds-rich-and-powerful-hide-money-13819428.html” target=”blank” background=”#0f9aee” color=”#000000″ size=”4″ center=”yes” icon_color=”#ffffff” text_shadow=”0px 0px 0px #fdfcfc”]Details[/su_button]
जांच के आदेश
पीएम मोदी ने उन 500 भारतीयों की जांच के आदेश दिए हैं, जिनके नाम ‘पनामा पेपर्स’ में सामने आए हैं। दुनियाभर के रईसों के वित्तीय लेनदेन की पोल खोलने वाले एक करोड़ 15 लाख दस्तावेज़ लीक हो गए हैं, जिन्हें ‘पनामा पेपर्स’ कहा जा रहा है। इनमें फिल्मी सितारों और उद्योगपतियों सहित 500 भारतीयों के नाम भी शामिल हैं।
[su_button url=”http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/pm-narendra-modi-orders-inquiry-for-indians-named-with-panama-accounts-1335342″ target=”blank” background=”#0f9aee” color=”#000000″ size=”4″ center=”yes” icon_color=”#ffffff” text_shadow=”0px 0px 0px #fdfcfc”]10 खास बातें[/su_button]

किसने किया खुलासा
– जर्मन डेली ड्यूश्चे जेईटंग ने अपने सोर्स के जरिए एक करोड़ से ज्यादा टैक्स डॉक्युमेंट्स हासिल किए।
– इनमें क्लाइंट्स के ईमेल्स, पासपोर्ट, कॉर्पोरेट, रजिस्ट्री, शेयरहोल्डर एग्रीमेंट और बैकग्राउंड डिटेल शामिल हैं। इनमें 1977 से 2015 तक की जानकारी है।
– इंटरनेशनल कन्सोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) ऑर्गेनाइजेशन ने इन डॉक्युमेंट्स की जांच की।
– इनमें दो लाख 14 हजार अकाउंट्स का जिक्र है, जो 40 साल से पनामा के बैंकों में हैं।
क्यों कहते हैं टैक्स हैवन
– पनामा में दो तरह का टैक्स सिस्टम है। एक है टेरेट्रियल टैक्स सिस्टम। इसमें रेसिंडेंट और नॉन रेसिडेंट कंपनियों से तभी टैक्स वसूला जाता है, जब इनकम देश में ही जनरेट हुई हो।
– दूसरा है कॉर्पोरेशन टैक्स सिस्टम। इसमें टैक्स रेट 25% है। हालांकि, कंपनीज जिनका टैक्सेबल रेवेन्यूज US$1.5m से ज्यादा है उन पर अल्टरनेटिव टैक्स अप्लाई हो सकता है। जहां उनके ग्रॉस टैक्सेबल इनकम पर ज्यादा से ज्यादा 1.168% टैक्स लगेगा या नेट टैक्सेबल इनकम पर 25% टैक्स लगेगा।
– फॉरेन इन्वेस्टमेंट पर पनामा में कोई टैक्स नहीं लगता।
[su_button url=”http://www.bhaskar.com/news-hf/INT-some-facts-about-tax-haven-countries-5291376-PHO.html” target=”blank” background=”#0f9aee” color=”#000000″ size=”4″ center=”yes” icon_color=”#ffffff” text_shadow=”0px 0px 0px #fdfcfc”]Details[/su_button]

(विभिन्न स्रोतों के आधार पर)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here