हेडलाइंस में तो प्रभु की लीला है रेल बजट

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(News Rating Point) 26.02.2016
यूं तो सरकार अपने रेल बजट पर अपनी पीठ जमकर थपथपाई है और विपक्ष व पूर्व रेल मंत्रियों ने इस बजट की जबरदस्त आलोचना की है. लेकिन अख़बार क्या मानते हैं, अगर इस नज़रिए से देखा जाए तो ज़्यादातर अखबारों की हेडलाइन बजट की तारीफ़ करती नज़र आ रही है.
अमर उजाला ने लिखा- सुविधाओं की सौगात तो नवभारत टाइम्स ने लिखा- प्रभु ने चलाई फील गुड ट्रेन. दैनिक जागरण की हेडिंग थी- रेल में काम, यात्रियों को आराम तो जनसत्ता की हेडिंग थी- प्रभु कृपा रही मुसाफिरों पर. इसी तरह हिंदुस्तान- प्रभु ने सबको प्रसाद बांटा, नवभारत- बढ़ा नहीं भाड़ा, सुधारों का काढ़ा, राष्ट्रीय सहारा- किराया नहीं, सुविधाएं बढीं, डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट- प्रभु की माया, नहीं बढ़ा किराया, नयी दुनिया- पैसे नहीं पैसेंजर की चिंता, राजस्थान पत्रिका- प्रभु 2.0 : न किराया बढ़ाया, न भाड़ा, तीन पीढ़ियों का ख्याल, 2020 से सबको कन्फर्म टिकट, पंजाब केसरी- उम्मीदों की पटरी पर प्रभु की रेल, प्रभात खबर- प्रभु मेहरबान, हरी भूमि- प्रभु ने दौड़ाई सपनों की रेल, देशबंधु- उम्मीदों की पटरी पर प्रभु की रेल, दोपहर का सामना- मुम्बईकर मायूस, दिव्य हिमाचल- प्रभु ने खूब बांटा प्रसाद. वीर अर्जुन ने लिखा- यात्री किराया व माल-भाड़ा जस का तस.
अगर अंग्रेज़ी अकबारों की बात की जाए तो The Times of India- Tech that! Prabhu zooms in on comfort to make a rail change, Hindustan Times- Users first, The Indian Express- 3 more fright corridors, cut in goods tariff on it’s way, The Asian Age- Prabhu to speed up trains, rail network expansion on, Deccan Herald- Rail Budget focuses on premium amenities, speedier trains, safety, Deccan Chronicle- Pro-poor budget strong in reforms, speed on trains, DNA- Prabhu flags off vision express, The Hindu- Customer takes first class seat in Prabhu’s plans, The Tribune- atTRACKtive जैसी हेडिंग लगाई है.

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