HIT ** (News Rating Point) 02.05.2015
छुट्टी से लौटे राहुल गांधी एक अलग तेवर में नज़र आ रहे हैं. इस सप्ताह उन्होंने ट्रेन के जनरल कोच में सफ़र किया, ढाबे पर खाना खाया और पंजाब और विदर्भ जाकर किसानो की समस्याओं को समझा. राहुल गाँधी ने किसानों की समस्याओं को लेकर सड़क से संसद तक हमला बोला. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी अपने निशाने पर रखा. कहा देश के दौरे पर आये हैं प्रधानमंत्री. उन्होंने पंजाब के बाद विदर्भ में किसानों से मुलाक़ात की. राहुल यहां 20 किलोमीटर की किसान पदयात्रा की. इस दौरान राहुल ने आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवार से मुलाकात की. अमरावती के गूंजी गांव में ऐसे दो किसान परिवार से राहुल गांधी मिले. संसद में राहुल गाँधी के हमले का जवाब मंत्री रामविलास पासवान, हरसिमरत कौर और अरुण जेटली ने दिया. ज़ाहिर है राहुल गांधी की सक्रियता ने उनकी रेटिंग में इजाफा किया है. चैनलों से लेकर अखबारों तक राहुल गाँधी चर्चा का विषय बने रहे. लेकिन शुक्रवार को उनकी रेटिंग में एक वाकये से गिरावट आयी. अखबारों ने लिखा कि आत्मचिंतन के बाद सफल वापसी करने में सफल रहे राहुल फिर सवालों के घेरे में आ गए हैं. नेपाल भूकंप में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे राहुल संवेदना के शब्दों को भी देखकर लिखते देखे गए. नेपाली दूतावास में ‘विजिटर्स बुक’ में शोक संदेश लिखते समय राहुल एक-एक शब्द के लिए मोबाइल देखने को मजबूर दिखे. यहां तक ‘फोन स्क्रीन लाक’ होने पर वह बार-बार स्क्रीन को ‘टैब’ करते पाए गए. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की नेपाल दूतावास में भूकंप पीड़ितों के लिए लिखे संदेश को लेकर सोशल साइट्स पर जमकर खिंचाई हुई. उनके इस संदेश को मोबाइल से पढ़कर लिखने पर लोग खूब चुटकियां लीं. ट्विटर पर #PappuCantWriteSaala हैशटैग के साथ राहुल गांधी की जमकर खिंचाई हुई.
(आजतक, NDTV, एबीपी न्यूज़, Times Now, हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर, प्रभात खबर, मनी कंट्रोल, जनसत्ता, Firstpost, The Indian Express, Daily News & Analysis, India Today, एनडीटीवी, पंजाब केसरी, देशबंधु, One India, The Hindu, Hindustan Times, Economic Times, Financial Express सहित तमाम अखबारों, चैनलों, वेबसाइट्स और अन्य स्रोतों के आधार पर)
[box type=”info” icon=”http://newsratingpoint.com/wp-content/uploads/2015/04/xx-Arun-Jaitley.jpg”]अरुण जेटली ने राहुल गांधी के दो माह की अज्ञात गैर मौजूदगी पर तंज कसते हुए कहा, ‘हमें यह तो पता होता है कि प्रधानमंत्री कहां हैं… राष्ट्रीय कर्तव्यों के निर्वाह के लिए विदेश जाना और मौज-मस्ती के लिए गायब होने में फर्क होता है.’ (संसद में)[/box]