HIT *** (News Rating Point) 08.08.2015
इस सप्ताह सोनिया गांधी और राहुल गांधी अपने तेवर के चलते चर्चा में रहीं. इस सप्ताह पार्टी के सांसदों पर कार्रवाई के विरोध में संसद भवन परिसर में धरने पर कांग्रेसी बैठे, तो इसकी अगुवाई पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने की. वह भी बेहद आक्रामक अंदाज में. उन्होंने ऐलान किया कि बीजेपी के मंत्रियों के इस्तीफे की मांग जारी रहेगी, भले ही उसके सांसदों को संसद से बाहर ही क्यों न फेंक दिया जाए. भूमि अधिग्रहण विधेयक पर सरकार के यूटर्न और 25 सांसदों के निलंबन के खिलाफ समूचे विपक्ष के एकजुट होने से कांग्रेस के हौसले बुलंद रहे. सोनिया ने मंगलवार को सांसदों के साथ एक आंतरिक बैठक में कह दिया कि पार्टी लोकसभा और उसके बाद सिलसिलेवार विधानसभा चुनाव की हार के कोमा से पूरी तरह उबर गई है. राहुल ने भी कांग्रेस अध्यक्ष की बात पर सहमति जताई. सोनिया ने नेताओं से कहा कि अब सत्र के बाद सड़कों पर आंदोलन करके मोदी सरकार को रोकने का काम जल्द शुरू किया जाना चाहिए. अगर जमीन पर काम शुरू नहीं किया गया तो संसद में मोदी सरकार को झुकाने का पार्टी को असल फायदा नहीं मिल पाएगा. राहुल गांधी ने सुषमा स्वराज पर जबरदस्त हमला बोला. उन्होंने शुक्रवार को कहा, ”जब भी चोरी होती है तो बताकर नहीं होती. सुषमा स्वराज ने चोरी छिपे काम किया था. ललित मोदी की मदद करने की बात उन्होंने मंत्रालय या सरकार को क्यों नहीं बताई. विदेश मंत्री देश की जनता को बताएं कि ललित मोदी ने इसके लिए उन्हें और परिवार को मदद के लिए कितना पैसा दिया?”
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)