FLOP ** (News Rating Point) 21.02.2014
लोकसभा चुनाव से राहुल गांधी को जो ग्राफ गिरा वो लगता है इतनी आसानी से नहीं चढ़ने वाला… 14 फरवरी को अमर उजाला ने लिखा- संदीप दीक्षित ने राहुल पर साधा निशाना- दिल्ली में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अब पार्टी के अंदर एक दूसरे पर हमले का खेल शुरू हो गया है. दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के अजय माकन के बहाने राहुल गांधी पर वार किए जाने के बाद अब उनके पुत्र और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने भी पार्टी उपाध्यक्ष पर निशाना साधा है. संदीप ने कहा कि कांग्रेस में अभिजात संस्कृति हावी हो गई है, जिसकी वजह से पार्टी का नाश हो रहा है. फिर 16 फरवरी को अमर उजाला ने लिखा- आलाकमान के खिलाफ कांग्रेस में बगावती सुर तेज- कांग्रेस में हार की हताशा बढ़ती ही जा रही है. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित के कांग्रेस में कोई ईमानदार नेता नहीं है जैसे बयान की तपिश अभी ठंडी भी नहीं पड़ी है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता वी किशोर चंद्र देव ने आलाकमान को नसीहत भरे बयान दे दिए हैं. उन्होंने पार्टी को चुनाव में लगातार मिल रही हार पर चिंता जताते हुए आलाकमान को आगाह किया है कि अगर नेतृत्व की विश्वसनीयता पार्टी बहाल नहीं कर पाई तो बर्बाद हो जाएगी. नेताओं की इन बयानबाजियों पर वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी का कहना है कि पार्टी में एक तरह की बेचैनी है, जो इन बयानबाजियों के रूप में सामने आ रही है. वहीं पार्टी के अंदरूनी हालात और ऊपर से नेताओं की ओर से आ रही लगातार बयानबाजियों ने आलाकमान की कमजोरियों को भी उजागर कर दिया है. 17 फरवरी को हिन्दुस्तान ने लिखा- सोनिया से माँगी भूख हड़ताल की इजाज़त, अनीस दुर्रानी ने एक पत्र सोनिया गांधी को लिखा. दैनिक जागरण ने लिखा इससे पहले संदीप दीक्षित और किशोर चन्द्र देव ने भी पार्टी में विश्वसनीय नेतृत्व की कमी की बात कही थी. कोई भी अखबार उठाईये राहुल और सोनिया के खिलाफ ऐसी खबरों की भरमार नज़र आयी. हां 15 फरवरी को नवभारत में पेज एक पर छपी खबर- राहुल गांधी बन सकते हैं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष- जैसी खबरें हो सकता है कि राहुल को मरहम लगाएं.