FLOP * (News Rating Point) 22.08.2015
प्रधानमंत्री पर अपने ट्वीट, रायबरेली दौरे, घायल की मदद करने और लखनऊ आकर भी लाठीचार्ज में घायल कार्यकर्ताओं से न मिलने के चलते कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस सप्ताह चर्चा में रहे. राहुल मंगलवार को राजधानी तो आए लेकिन लाठीचार्ज के घायलों से नहीं मिले. वह अमौसी एयरपोर्ट पर उतरे और चुनिंदा कांग्रेसियों से मिलने के बाद अमेठी रवाना हो गए. अखबारों ने छापा कि इससे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को निराशा हुई. सोमवार को प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था सहित 11 मुद्दों को लेकर विधानभवन घेरने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था और कई लोग अस्पताल में भर्ती हुए थे. अखबारों ने लिखा कि कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि वह कार्यकर्ताओं का हालचाल लेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसके अलावा राहुल गांधी के ‘कुर्ता-पजामा सरकार’ का वादा किए जाने वाले बयान के एक दिन बाद पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर कटाक्ष करते हुए उनसे कहा कि वह अपने जीजा रॉबर्ट वाड्रा को यह पोशाक पहनवाएं. यह बयान मीडिया में जबरदस्त तरीके से छाया. प्रधान ने रायबरेली स्थित राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान के पहले दीक्षांत समारोह के मौके पर राहुल पर सीधा हमला बोला और कहा कि पूर्व की यूपीए सरकार ने आईआईटी की तर्ज पर इस संस्थान की बुनियाद रखी थी लेकिन सात साल बाद भी इसका अपना परिसर नहीं है. इस सप्ताह राहुल गांधी की नेकदिली सामने आई. अमेठी से लखनऊ जा रहे राहुल गांधी ने रास्ते में जख्मी युवक की मदद की. जब राहुल का काफिला कबीरपुर गांव से गुजर रहा था. तभी उन्होंने सड़क किनारे एक घायल युवक को देखा. राहुल ने गाड़ी रुकवाई और और जख्मी युवक के पास पहुंचे. उसकी हालत देखते हुए राहुल ने काफिले के साथ मौजूद एंबुलेंस के डॉक्टर से उसका इलाज करवाया. उन्होंने इस सप्ताह पुणे के एफटीआईआई कैंपस में पांच छात्रों की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया- ‘हमारे छात्र अपराधी नहीं हैं मोदीजी.’ साथ ही राहुल ने पीएम के अच्छे दिन के मंत्र पर भी टिप्पणी की है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया है ‘प्रदर्शन कर रहे एफटीआईआई छात्रों पर आधी रात में कार्यवाही की गई. हमारे छात्र अपराधी नहीं हैं मोदीजी. चुप्पी, निलंबन, गिरफ्तारी : अच्छे दिन का मोदी मंत्र’.
प्रधानमंत्री पर अपने ट्वीट, रायबरेली दौरे, घायल की मदद करने और लखनऊ आकर भी लाठीचार्ज में घायल कार्यकर्ताओं से न मिलने के चलते कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस सप्ताह चर्चा में रहे. राहुल मंगलवार को राजधानी तो आए लेकिन लाठीचार्ज के घायलों से नहीं मिले. वह अमौसी एयरपोर्ट पर उतरे और चुनिंदा कांग्रेसियों से मिलने के बाद अमेठी रवाना हो गए. अखबारों ने छापा कि इससे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को निराशा हुई. सोमवार को प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था सहित 11 मुद्दों को लेकर विधानभवन घेरने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था और कई लोग अस्पताल में भर्ती हुए थे. अखबारों ने लिखा कि कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि वह कार्यकर्ताओं का हालचाल लेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसके अलावा राहुल गांधी के ‘कुर्ता-पजामा सरकार’ का वादा किए जाने वाले बयान के एक दिन बाद पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर कटाक्ष करते हुए उनसे कहा कि वह अपने जीजा रॉबर्ट वाड्रा को यह पोशाक पहनवाएं. यह बयान मीडिया में जबरदस्त तरीके से छाया. प्रधान ने रायबरेली स्थित राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान के पहले दीक्षांत समारोह के मौके पर राहुल पर सीधा हमला बोला और कहा कि पूर्व की यूपीए सरकार ने आईआईटी की तर्ज पर इस संस्थान की बुनियाद रखी थी लेकिन सात साल बाद भी इसका अपना परिसर नहीं है. इस सप्ताह राहुल गांधी की नेकदिली सामने आई. अमेठी से लखनऊ जा रहे राहुल गांधी ने रास्ते में जख्मी युवक की मदद की. जब राहुल का काफिला कबीरपुर गांव से गुजर रहा था. तभी उन्होंने सड़क किनारे एक घायल युवक को देखा. राहुल ने गाड़ी रुकवाई और और जख्मी युवक के पास पहुंचे. उसकी हालत देखते हुए राहुल ने काफिले के साथ मौजूद एंबुलेंस के डॉक्टर से उसका इलाज करवाया. उन्होंने इस सप्ताह पुणे के एफटीआईआई कैंपस में पांच छात्रों की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया- ‘हमारे छात्र अपराधी नहीं हैं मोदीजी.’ साथ ही राहुल ने पीएम के अच्छे दिन के मंत्र पर भी टिप्पणी की है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया है ‘प्रदर्शन कर रहे एफटीआईआई छात्रों पर आधी रात में कार्यवाही की गई. हमारे छात्र अपराधी नहीं हैं मोदीजी. चुप्पी, निलंबन, गिरफ्तारी : अच्छे दिन का मोदी मंत्र’.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)