HIT *** (News Rating Point) 07.11.2015
अखिलेश यादव मंत्रिमंडल में साहब सिंह सैनी को पिछड़ावर्ग कल्याण तथा विकलांग जन विकास विभाग का मंत्री बनाया गया है. 60 वर्ष के सहारनपुर से एमएलसी मूल रूप से उत्तराखंड के निवासी हैं. पहली बार एमएलसी बने. इसी सरकार के कार्यकाल में बीज प्रमाणीकरण निगम के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. बतौर अध्यक्ष भी इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा था. पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के खास शिष्यों में से एक हैं. इनका विवादों से पुराना रिश्ता रहा है. पहली पत्नी से तलाक लिए बिना ही दूसरी शादी की. मामला कोर्ट में है. पहली पत्नी के बच्चों को अपना मानने से इन्कार करने पर कोर्ट ने डीएनए टेस्ट का आदेश भी दिया. सांप्रदायिक नजरिये से संवेदनशील पश्चिमी यूपी के सहारनपुर मंडल में साहब सिंह सैनी को मंत्री बनाकर राजेंद्र सिंह राणा की मृत्यु से आई कमी को पूरा किया गया है. साथ ही, यहां से मुरादाबाद तक फैले सैनी, काछी, शाक्य, कुशवाहा वोटों को भी जोड़े रखने का प्रयास किया गया है. कोशिश आलोक शाक्य की भरपाई की भी दिखती है. आलोक शाक्य मैनपुरी से थे. उनकी जगह सहारनपुर के सैनी को कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल कर कोशिश की गई है कि अति पिछड़ों के बीच सपा की नकारात्मक छवि न बनने पाए.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)